हाथरस 04 अगस्त । सावन माह का चौथा और अंतिम सोमवार श्रद्धा, भक्ति और आस्था के अद्भुत संगम का गवाह बना। भगवान भोलेनाथ की विशेष आराधना के लिए शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने जल, दूध, दही, शहद, बूरा और गंगाजल से शिवलिंग का जलाभिषेक किया। बेलपत्र, धतूरा, चंदन व फूल अर्पित कर भगवान को प्रसन्न किया। रविवार से ही मंदिरों में तैयारियों का दौर चला और सोमवार तड़के से ही श्रद्धालु भोलेनाथ के दर्शन-पूजन के लिए लाइन में लग गए। कांवड़िये हर-हर महादेव के जयघोष के साथ अपनी कांवड़ चढ़ाने शिवालयों में पहुंचे। शहर में यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यातायात डायवर्जन भी लागू रहा, भारी वाहनों को शहर में प्रवेश नहीं दिया गया। शाम होते ही मंदिरों में भव्य श्रृंगार का दौर शुरू हुआ।
कई शिवालयों में छप्पन भोग, फूल बंगला, बर्फ व रुई से बने अलंकरण भक्तों के आकर्षण का केंद्र बने। देर रात तक शिवभक्तों की भीड़ दर्शन और आरती में शामिल होती रही। सावन के इस अंतिम सोमवार को भैरों बाबा के मंदिरों में भी भक्ति की गूंज सुनाई दी। 3 अगस्त रविवार को जिले भर के भैरों मंदिरों पर विशेष पूजा-अर्चना और मेलों का आयोजन हुआ। मेंडू स्थित प्राचीन भैरों मंदिर, अलीगढ़ रोड स्थित भैरों मंदिर, गणेश गंज का भैरों मंदिर, हाथरसी मैया स्थित भोले बाबा मंदिर समेत सभी स्थानों पर फूल बंगले, बर्फ शृंगार और भव्य सजावट ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। रात्रि आरती के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया और भक्तों ने भैरों बाबा से मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना की।