हाथरस 26 मई । पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण एवं गंगा स्वच्छता अभियान के उद्देश्यों को लेकर जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति एवं जिला गंगा समिति की एक संयुक्त बैठक सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी श्री सुरेश चंद्र केसरवानी ने की। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता के माध्यम से ही पर्यावरणीय संकटों का समाधान और जल स्रोतों का संरक्षण संभव है।
2025 के लिए 21.44 लाख पौधों का लक्ष्य
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि वर्षाकाल-2025 में जनपद हाथरस के लिए 21.44 लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें वन विभाग द्वारा 5.00 लाख तथा अन्य विभागों द्वारा 16.44 लाख पौधे रोपित किए जाएंगे। इसके लिए विभागवार नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जा चुकी है।
स्थानीय प्रजातियों को मिलेगी प्राथमिकता
मुख्य विकास अधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि इस बार हरिशंकरी (पीपल, पकड़, बरगद) के साथ-साथ फलदार और पर्यावरणीय महत्व वाले पौधों को भी प्राथमिकता दी जाए। स्थानीय प्रजातियों को अधिक से अधिक रोपित किया जाए ताकि पारिस्थितिकीय संतुलन बनाए रखा जा सके।
15 जून तक गड्ढा खुदाई कार्य पूर्ण करने के निर्देश
वृक्षारोपण अभियान को प्रभावी बनाने के लिए 15 जून से पहले गड्ढा खुदाई का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। वहीं, पिछले वर्ष (2024) में किए गए पौधारोपण की 100% जीवितता की रिपोर्ट (प्रपत्र 37) पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
गंगा स्वच्छता अभियान की भी हुई समीक्षा
बैठक में गंगा स्वच्छता अभियान के अंतर्गत चल रही योजनाओं और गतिविधियों की समीक्षा की गई। संबंधित विभागों को परस्पर समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए गए, जिससे प्रयासों को ज़मीनी रूप दिया जा सके।
उपस्थित रहे विभिन्न विभागों के अधिकारी
बैठक में परियोजना निदेशक, क्षेत्राधिकारी पुलिस, उपनिदेशक कृषि, उपयुक्त उद्योग, श्रम प्रवर्तन अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत, खंड विकास अधिकारी सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।