सादाबाद 12 अक्टूबर । न्याय की अन्याय पर, सदाचार की दुराचार पर, धर्म की अधर्म पर, गर्व की अहंकार पर, अच्छाई की बुराई पर, सत्य की असत्य पर और अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक विजय दशमी का पर्व शनिवार को श्री रामलीला समिति के तत्वाधान में हर्षोल्लास मनाया गया। इस दौरान रावण के साथ ही उसके पुत्र मेघनाथ का पुतला दहन किया गया। भगवान श्रीराम ने जैसे ही रावण के पुतला में आग लगाई पूरा मैदान जय श्रीराम के जयकारे से गूंज उठा।
श्री रामलीला समिति के तत्वाधान में विजयदशमी उत्सव मनाया गया। हाथरस रोड स्थित मैदान में अहंकारी रावण और उसके पुत्र मेघनाथ का विशाल पुतला स्थापित किया गया था। हाथरस रोड पर लगे मेले में भारी भीड़ रही। दिन में कालियों के कई मंडल मुख्य बाजार, बस स्टैंड, करवन नदी पुल से प्रदर्शन करते हुए हाथरस रोड स्थित मैदान पहुंचे। युद्ध मैदान में भी काली स्वरूपों ने जोरदार प्रदर्शन कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। कुछ देर बाद रथ में सवार होकर भगवान राम, लक्ष्मण जी और भक्त हनुमान युद्ध के मैदान पहुंचे। श्री रामलीला समिति अध्यक्ष राहुल जैसवाल के संयोजन में युद्ध लीला का मंचन किया गया। काफी देर तक दर्शकों ने युद्ध लीला का आनंद लिया। अंत में प्रभु राम ने अग्निबाण से अहंकारी रावण का पुतला दहन किया। अग्निबाण लगते ही रावण और मेघनाथ का पुतला धू धू कर जल उठा। आतिशबाजी की तेज आवाज अधर्म पर धर्म की जीत और रोशनी अंधेरे पर प्रकाश की जीत का संदेश दे रही थी। मैदान भी प्रभु राम की जय जयकार से गूंज उठा। इस दौरान एसडीएम संजय कुमार, सीओ हिमांशु माथुर, प्रभारी निरीक्षक नरेश सिंह सहित समिति के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।