
इस अवसर पर कुलपति प्रो. दशोरा ने कहा कि प्रत्येक कर्मचारी का व्यक्तिगत विकास तभी सार्थक है, जब वह संस्थान के विकास से जुड़ा हो। उन्होंने कर्मचारियों से निरंतर ज्ञान और कौशल बढ़ाने का आह्वान किया ताकि विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सके। कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय नेक ए प्लस ग्रेड प्राप्त कर चुका है, लेकिन अब हमें नेक ए प्लस प्लस की ओर बढ़ना है। इसके लिए आवश्यक है कि अपना काम पूरी जिम्मेदारी और गुणवत्ता के साथ करें। डीन एकेडमिक प्रो. राजीव शर्मा ने नई शिक्षा नीति व शैक्षणिक सत्र के क्रियान्वयन पर विस्तृत जानकारी दी। डिप्टी रजिस्ट्रार (एचआर) प्रो. अंकुर अग्रवाल ने एचआर नियमावली व प्रबंधन से जुड़ी जानकारियां साझा कीं। डायरेक्टर एडमिशन प्रो. सौरभ कुमार ने प्रवेश प्रक्रिया और मार्केटिंग की जानकारी दी। डा. मनोज वार्ष्णेय ने ईआरपी पोर्टल, प्रो. अनुराग शाक्य ने ओडीएल और आनलाइन प्रोग्राम्स तथा डा. अर्सी मलिक ने ट्रेनिंग व प्लेसमेंट सेल की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन एचआर मैनेजर अनुज सिन्हा ने किया। इस दौरान वित्ताधिकारी मनोज गुप्ता, प्रो. वाईपी सिंह, प्रो. अशोक पुरोहित, प्रो. किशनपाल सिंह, डा. संतोष गौतम, डा. अशोक उपाध्याय, डा. फैज खान, उमेश चंद्र शर्मा, कैप्टन लक्ष्मण सिंह आदि ने भी विचार रखे। इस अवसर पर प्रो. महेश कुमार, प्रो. प्रमोद कुमार, प्रो. सिद्धार्थ जैन, प्रशासनिक अधिकारी गोपाल राजपूत, विजया सिंह, मनीष सिंह, रामानंद मिश्रा आदि थे।