नई दिल्ली 15 जून । देशभर में कोरोना के मामलों में फिर से वृद्धि देखने को मिल रही है और राजधानी दिल्ली में भी इसका असर साफ नजर आ रहा है। कोरोना की नई लहर में पहली बार एक दिन में तीन मरीजों की मौत दर्ज की गई है। इसके साथ ही दिल्ली में अब तक कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 11 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, शनिवार को जिन तीन लोगों की जान गई, उनमें दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं।57 वर्षीय महिला को मधुमेह और फेफड़ों की समस्या थी। 57 वर्षीय पुरुष को भी मधुमेह और फेफड़ों की बीमारी थी। जबकि 83 वर्षीय महिला को मधुमेह, उच्च रक्तचाप और फेफड़ों की समस्या थी।
सक्रिय मरीजों की संख्या में गिरावट
हालांकि राहत की बात यह है कि लगातार तीसरे दिन कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट देखी गई है। शनिवार को कुल सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 672 रह गई। पिछले 24 घंटे में कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया, और 212 मरीजों ने कोरोना को मात दी। 1 जनवरी 2025 से अब तक दिल्ली में 1,960 केस सामने आ चुके हैं, जिनमें 11 लोगों की मौत हुई है। देशभर में दिल्ली कोरोना के कुल मामलों में दूसरे नंबर पर है।
कितना खतरनाक है नया कोरोना स्ट्रेन?
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के नए वैरिएंट्स अधिक संक्रामक हो सकते हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि वे पहले जितने घातक हों।
बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चे और पहले से बीमार लोग इस संक्रमण की चपेट में तेजी से आ सकते हैं।
कोरोना के सामान्य लक्षण
- बुखार या कंपकंपी
- सूखी खांसी और गले में खराश
- सिरदर्द, बदन दर्द
- थकान और कमजोरी
- सूंघने या स्वाद की क्षमता कम होना
- सांस लेने में दिक्कत
विशेषज्ञों का सुझाव है कि घबराने की नहीं, बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है। यदि लक्षण नजर आएं, तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। फिलहाल, अधिकतर मरीज घर पर ही ठीक हो रहे हैं, इसलिए अस्पताल भागने या घबराने की आवश्यकता नहीं है।