सासनी 27 नवंबर । कस्बा के विद्यापीठ इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य डॉ राजीव कुमार अग्रवाल के निर्देशन में संविधान दिवस के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर वर्ष-पर्यंत विधिक कार्यक्रम के अंतर्गत संविधान दिवस के कार्यक्रम का आयोजन हुआ । प्रधानाचार्य डॉ. राजीव कुमार अग्रवाल ने बताया कि संविधान दिवस भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह देश के संविधान को अपनाने का प्रतीक है, जो देश का सर्वोच्च कानून है। संविधान दिवस प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर को मनाया जाता है, और यह भारतीय संविधान में उल्लिखित मौलिक सिद्धांतों और लोकतांत्रिक मूल्यों को संरक्षित करने के महत्व की याद दिलाता है। शिक्षक संजय कुमार ने बताया कि भारत के लिए आज का दिन काफी खास है। आज ही के दिन हमारे देश ने संविधान को अपनाया था। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के नेतृत्व में हमारा संविधान बना जिसके बाद इसे आज तक सर्वोपरि माना जाता है। हमारे देश के संविधान को बने हुए आज 75 साल हो गए हैं।
शिक्षक राजीव कुमार ने बताया कि भारत की स्वतंत्रता के संघर्ष ने एक ऐसे शासन ढांचे की आवश्यकता को उजागर किया जो सभी नागरिकों के लिए न्याय, समानता और स्वतंत्रता सुनिश्चित कर सके। संविधान सभा का गठन दिसंबर 1946 में कैबिनेट मिशन योजना के तहत हुआ। इसमें 389 सदस्य शामिल थे, जो विभाजन के बाद घटकर 299 हो गए। संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई, जिसकी अध्यक्षता डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने की। डॉ. भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में ड्राफ्टिंग कमिटी ने संविधान का मसौदा तैयार किया। इस पर 2 साल, 11 महीने और 18 दिनों तक 11 सत्रों में विचार-विमर्श किया गया। अंततः 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया गया, और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। शिक्षक मुकेश दिवाकर ने कहा कि यह वह दिन था, जब भारतीय संविधान को अपनाया गया था। बाद में सामााजिक न्याय मंत्रालय द्वारा लोगों को संवैधानिक मूल्यों की जानकारी देने के लिए 26 नवंबर को ही संविधान दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर अरुण कुमार कौशिक, संजय कुमार, राजीव कुमार, नीरज गुप्ता, अशोक कुमार, महेंद्र प्रकाश सैनी, मुकेश दिवाकर, हनी वशिष्ठ, शिवम कुशवाहा, सतीश कुमार,यश कुशवाहा , जितेंद्र कुशवाहा, तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।