मेरठ 03 नवंबर । पुलिस के पांच सिपाहियों को फर्जी सूचना देकर पार्टी मनाने जाना महंगा पड़ गया। दरअल, मेरठ में डायल 112 में अंजान व्यक्ति के मोबाइल से कंट्रोल रूम को बवाल की फर्जी सूचना दी गई। इसके बाद मौके पर लिए टीम निकली और कथित घटनास्थल की जगह पार्टी मानने चली गई। लखनऊ कंट्रोल रूम से उक्त नंबर से जब बवाल का फीडबैक लिया गया तो उस व्यक्ति ने ऐसी किसी घटना से इनकार कर दिया। वहीं, इस पूरे मामले पर एसएसपी के आदेश पर चारों पुलिस कर्मी और एक होमगार्ड के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
मेरठ के थाना किला परीक्षितगढ़ क्षेत्र में तैनात एक डायल 112 ने कंट्रोल रूम को बबाल की सूचना देकर पार्टी मानने पहुंच गए। लखनऊ कंट्रोल रूम से जब सूचना देने वाले नंबर से फीडबैक मांगा गया था पूरा सच सामने आया। आरोपी चार पुलिस कर्मी और एक होमगार्ड के खिलाफ थाना सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। थाना किला परीक्षितगढ़ सीटर में डायल-112 पर हेड कांस्टेबल यशपाल सिंह, प्रमोद कुमार, जितेंद्र कुमार, चालक राजन और होमगार्ड सुनील कुमार परीक्षितगढ़ में तैनात थे। 23 अक्टूबर को इन लोगों को एक पार्टी में जाना था। ड्यूटी पर तैनात रहते हुए यह असंभव था। प्लान के अनुसार, इन पांचों ने पार्टीस्थल के पास पहुंचकर एक राह चलते व्यक्ति से उसका फोन लिया। मौके पर बवाल होने की सूचना 112 पर कॉल कर कंट्रोल रूम को दी। घटनास्थल के नजदीक होने की वजह से लखनऊ से इनकी गाड़ी को मौके पर भेजा गया। डायल-112 के पुलिसकर्मियों ने मामूली विवाद निपटाने की बात बताकर पार्टी करने चले गए।
लखनऊ से फीडबैक, खुला राज
लखनऊ कंट्रोल रूम ने जिस नंबर से बबाल की सूचना आई थी, उस नंबर पर कॉल करके फीडबैक लिया तो सारा राज सामने आ गया। उस व्यक्ति ने लखनऊ कंट्रोल रूम से कॉल आने पर बताया कि वह अपने घर जा रहा था। पुलिसकर्मियों ने अपने फोन में नेटवर्क की दिक्कत बताकर उससे कॉल करने के लिए मोबाइल मांगा था। व्यक्ति ने साफ तौर पर कहा कि पुलिसकर्मियों ने कहां और किसको फोन किया? इसकी जानकारी उसे नहीं है। अपना मोबाइल वापस लेकर वह घर आ गया। उसने डायल-112 पर कोई कॉल नहीं किया था। उसने कहा कि हमारे यहां कोई झगड़ा नहीं हुआ था।
एसएसपी से मांगी गई जानकारी
डायल-112 से इस मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। इसके बाद लखनऊ से मेरठ एसएसपी डॉ. विपिन ताडा से बवाल के बारे में जानकारी मांगी गई। उन्होंने ऐसा कोई मामला न होने की बात बताई। एसएसपी ने बताया कि डायल-112 के प्रभारी बलराम सिंह ने हेड कॉन्स्टेबल यशपाल सिंह, प्रमोद कुमार, जितेंद्र कुमार, चालक राजन और होमगार्ड सुनील कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।