हाथरस 27 अक्टूबर । आज हाथरस पुलिस ने साइबर फ्रॉड के मुकदमे का चौंका देने वाला खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह साइबर ठग एक बड़ी फाइनेन्स कम्पनी के नाम पर फर्जी कंपनी एवं कूटरचित दस्तावेज बनाकर लोगों को लोन देने का आश्वासन देते थे तथा फाइल चार्ज के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करते थे। कुछ दिनों पहले सादाबाद के गढ उमराव निवासी दीपक कुमार पुत्र राज कुमार के पास एक कॉल आई और बताया कि वह मंत्रा फाइनेंस सर्विस गुडगाँव में HR डिपार्टमेंट से बात कर रही है। उसने पीड़ित युवक दीपक कुमार को नौकरी देने एवं 25 हजार 500 रूपये वेतन व तीन हजार रूपये पेट्रोल हेतु प्रतिमाह एवं लोन कराने पर 1% कमीशन देने के लिए बताया। पीड़ित युवक ने क्लाइंट बनाए और उनसे लोन कराने के लिए फाइल चार्ज के नाम पर कुल 56 हजार 900 रूपये यूपीआई के माध्यम से डाल दिए। किसी भी क्लाइंट का कोई लोन स्वीकृत नहीं हुआ और पीड़ित दीपक कुमार को फर्जी ज्वाइनिंग लैटर, आईडी कार्ड स्पीड पोस्ट से प्राप्त हुए है। पीड़ित की प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना साइबर पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया । पुलिस अधीक्षक द्वारा इस घटना को गंभीरता से लेते हुए घटना के खुलासे एवं आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक को निर्देशित किया था। कल शनिवार को पुलिस पुलिस टीम के कठिन परिश्रम व अथक प्रयासो के बाद थाना साइबर पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए इस गिरोह के दो सदस्यों को आगरा-अलीगढ़ हाइवे स्थित रूहेरी तिराहे के पास से गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की। इन ठगों के कब्जे से लेपटॉप, नौ मोबाइल फोन, चार्जर, डोंगल, 10 एटीएम कार्ड, 11 सिम कार्ड, एक मोहर, तीन आधार कार्ड, मंत्रा फाइनेन्स कम्पनी से सम्बन्धित प्रपत्र, सात आई कार्ड व 40 हजार 500 रूपये नगद बरामद किये है।
लोन के नाम पर 11 लोगों से ठगे 56 हजार 900 रुपये
पूछताछ में आरोपी सुमित पाल द्वारा बताया गया कि उसने अपने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर मंत्रा फाइनेन्स सर्विस नाम से फर्जी कम्पनी बनाकर जॉब साइट पर एड डालकर फील्ड सेल्स एग्जीक्यूटिव की नौकरी देने का आश्वासन देकर पीड़ित दीपक कुमार को कम्पनी का फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर व्हाट्सएप व डाक द्वारा भेजा था एवं उसे प्रतिमाह 25 हजार रूपये की सैलरी देने का आश्वासन देकर नौकरी पर रखा गया। शर्त के अनुसार पीड़ित युवक दीपक द्वारा लगभग 11 लोगो को दो लाख रुपये से पांच लाख रुपये तक का लोन स्वीकृत कराने का आश्वासन दिया गया तथा फाइल चार्ज के नाम पर करीब 56 हजार 900 रुपये कंपनी द्वारा उपलब्ध कराये नम्बरों पर UPI के माध्यम से लिए गये।
यूपी, बिहार, असम समेत अन्य स्थानो पर साइबर फ्राड किया
सीओ सिटी योगेंद्र कृष्ण नारायण ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि आरोपी सुमित पाल जो इस कार्य को करने का मास्टर माइण्ड है। इसका साथी महताब लोगों के फर्जी खाते खुलवाकर व फर्जी सिम खरीदकर सुमित पाल को देता था। इस कार्य में इसका साथी जुबेर निवासी गाजियाबाद सहयोग करता था। मंत्रा फाइनेन्स कम्पनी में लोगो को नौकरी का ऑफर देने व कम्पनी से लोन लेने के लिये महिला आरोपियों द्वारा सुमित पाल ने उपलब्ध कराये गये मोबाइल नम्बरों पर कॉल पर बात करके कम्पनी का विश्वास दिलाती थी। इस तरह लोगो के साथ साइबर फ्रॉड करके अवैध धन अर्जित करना इनका पेशा है। आरोपियों द्वारा उत्तरप्रदेश, बिहार, असम समेत अन्य स्थानो पर लोगो के साथ साइबर फ्राड किया गया है। आरोपियों से विस्तृत पूछताछ कर उनके आपराधिक इतिहास के संबंध में विस्तृत जानकारी की जा रही है। गिरफ्तारी व बरामदगी के सम्बन्ध में थाना साइबर थाना पर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है । मुक़दमे से संबंधित अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु सार्थक प्रयास किए जा रहे है।
साइबर ठग सुमित पाल पुत्र वेदपाल सिंह निवासी कैडी थाना बाबरी जनपद शामली एवं महताब अली पुत्र अब्दुल बहीद नि0 महपा चौपला सिवाल खास थाना जानी जनपद मेरठ को साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक केशवदत्त शर्मा, निरीक्षक राकेश बाबू, उप निरीक्षक सचिन कुमार चौधरी, हेड कॉन्स्टेबल ब्रजेश गौड, कॉन्स्टेबल गौरव तोमर व कॉन्स्टेबल आशीष कुमार ने गिरफ्तार किया।