हाथरस 15 सितंबर । दाऊजी महाराज किला स्थित श्री वेद भगवान सनातन धर्म सभा के तत्वाधान में श्री वेद भगवान शिविर में धार्मिक भक्तिमय काव्य पाठ किया। मुरसान के ब्लॉक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय द्वारा धार्मिक कवि सम्मेलन का उद्घाटन किया गया। सर्वप्रथम संतोष मुखिया ने मंगलाचरण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वाणी पुत्रों में चाचा हाथरसी वरिष्ठ कवि ने गोरी गोरी छोरी जो मत मोरी निपट निगोरी चाल मतवाली है। नंद बाबा समझाइ मां मेरे मन ए राधा बरसाने वाली है।चेतन उपाध्याय लालपुर वालों ने तुलसी चंदन राम बना ले सब पत्तों को तू पवन भारत भू का तेरे नाम से होता है दिलीप उपाध्याय धत्र खुर्द वालों ने इनाम बेचकर बड़ा होना। इंसानियत का मकबरा होना। श्याम बाबू चिंतन नफरत के नासूर से दुनिया है बीमार प्यार के अलावा नहीं है कोई इसका उपचार।देवेश सिसोदिया हो गया है बंद सब संदेश तक आते नहीं,वह बुलाते भी नहीं हम वहां जाते नहीं। पंडित हाथरसी तेरा हरि बिन कौन संगति झूठे जग की झूठी माया झूठे जगत जमाती। पंडित रोशन लाल शर्मा ने अपने ऊर्जा भरे स्वर में श्री बांके बिहारी में तिहारी बलबल जाऊं। प्रभु दयाल दीक्षित जी शेषनाग अवतार हैं दाऊ इनका नाम। त्रेता में लक्ष्मण बने द्वापर में बलराम।बाबा देवी सिंह निडर मुरली बरो मेरा ब्रिज को रखवारो है।कन्हैया ईष्ट हमारौ है पंडित ऋषि कुमार कौशिक घूंघट जब खोला तो दोज की हो गई पूर्णमासी।पंडित मनोज द्विवेदी भक्ति रसपान करें हरि गुण गान करें।भक्ति का रसपान करें।हरि गुणगान करें। संतन की सेवा में वेद भगवान के काम करे।डॉक्टर गणेश चंद्र वशिष्ठ द्वारा एक हास्य कविता जीजा साली की भेंट प्रस्तुत की गई ।धार्मिक कवि सम्मेलन महोत्सव की अध्यक्षता महोत्सव सभापति पंडित उमेश चंद शर्मा जी द्वारा की गई।
सभी भक्तजनों का तथा वाणी पुत्रों का यथायोग सम्मान पीठ पटका प्रसादी तथा श्री वेद भगवान के आशीर्वाद रूप में प्रसादी भी भेंट की गई, जिसकी व्यवस्था मुख्य व्यवस्थापक सत्येंद्र स्वरुप शर्मा फौजी पंडित, रंजन पचौरी, पंडित जयशंकर पाराशर, बबलू आचार्य, जितेंद्र मोहन वशिष्ठ द्वारा की गई। आभार सभा के अध्यक्ष डॉ जितेंद्र स्वरुप शर्मा फौजी द्वारा व्यक्त किया गया।