हाथरस 18 अक्टूबर । जिलाधिकारी राहुल पांडेय ने पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा के साथ विकासखंड मुरसान स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय खेड़ा बरामई का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई आकर्षक चित्रकला की सराहना की और प्रश्नोत्तरी के माध्यम से विद्यार्थियों के ज्ञान का परीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कक्षा 6 में ब्लैकबोर्ड पर अध्यापिका द्वारा बनाई गई चित्रकला की प्रशंसा करते हुए बच्चों से उनकी चित्रकला कॉपियाँ दिखाने को कहा। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा बनाये गए चित्रों को उत्कृष्ट बताया और कहा कि चित्रकला जैसी रचनात्मक गतिविधियाँ विद्यार्थियों की प्रतिभा निखारने का माध्यम हैं, जिन्हें प्रोत्साहन मिलना चाहिए। इसके बाद उन्होंने कक्षा 7 का निरीक्षण किया, जहाँ छात्र-छात्राओं द्वारा दीपक पर बनाए गए स्वास्तिक चिन्ह की सराहना की। साथ ही कृषि विज्ञान विषय पर आधारित प्रश्नोत्तरी के माध्यम से बच्चों का ज्ञान परखा। जिलाधिकारी ने शिक्षकों को निर्देश दिए कि वे अनुशासन, स्वच्छता और नैतिक मूल्यों को विद्यालय जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कि छात्रों के चरित्र निर्माण की जिम्मेदारी शिक्षकों की होती है, इसलिए हर शिक्षक को अपने कर्तव्यों का पालन निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए।
प्रधानाचार्य सुरेश कुमार शर्मा ने जानकारी दी कि विद्यालय में कुल 8 सदस्यीय स्टाफ कार्यरत है, जिसमें 5 सहायक अध्यापक-अध्यापिकाएँ और 3 शिक्षामित्र शामिल हैं। सहायक अध्यापिका रैनू गर्ग, अनुदेशक सुमन चौधरी एवं डॉली शर्मा अवकाश पर हैं। विद्यालय में कुल 140 छात्र-छात्राएँ पंजीकृत हैं, जिनमें 80 छात्र और 60 छात्राएँ हैं। कक्षा 6 में 41, कक्षा 7 में 51 और कक्षा 8 में 48 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। मध्यान्ह भोजन के संबंध में प्रधानाचार्य ने बताया कि विद्यालय में 3 रसोइये तैनात हैं और एमडीएम मैन्यू के अनुसार सब्जी एवं चावल परोसे गए। निरीक्षण के समय विद्यालय में 83 छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य को शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने और शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वाति भारती, प्रधानाचार्य, अध्यापकगण एवं विद्यालय स्टाफ मौजूद रहा।