हाथरस 21 अगस्त । मुख्य विकास अधिकारी पी.एन. दीक्षित ने अलीगढ़ रोड स्थित रुहेरी से लेकर समामई रूहल तक विभिन्न कावड़ शिविरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई खामियां प्रकाश में आईं, जिन पर संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए। सुबह 6:30 बजे रुहेरी कावड़ शिविर पहुंचने पर वहां स्टेटिक मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात मंडी सचिव गौरव सिंह अनुपस्थित पाए गए। उपस्थिति पंजिका में उनका नाम भी अंकित नहीं था। शिविर में बिजली आपूर्ति बाधित थी, बताया गया कि सुबह से बिजली नहीं थी, जो अधिकारियों के पहुंचने के समय ही आई। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने मौके से अधिशासी अभियंता विद्युत से वार्ता कर उन्हें निर्देशित किया कि कावड़ शिविरों पर विद्युत आपूर्ति लगातार बनी रहे, इसके लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं।
इसके बाद महमूदपुर बरसे के कावड़ शिविर का निरीक्षण करते हुए पास ही स्थित पंचायत घर का भी अवलोकन किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि पंचायत घर के परिसर में झाड़ियां और घास फैली हुई थीं, जिस पर खंड विकास अधिकारी को सफाई कराने के निर्देश दिए गए। पंचायत घर के अंदर प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं थी, जबकि दिन में प्रशिक्षण आयोजित किया गया था, परंतु मीटिंग हॉल की सफाई नहीं कराई गई थी। स्नानागार में भी गंदगी पाई गई, टोटियां बंद थीं और किसी प्रकार की कंप्यूटर प्रणाली स्थापित नहीं थी। पंचायत घर की स्थिति को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वहां कोई पंचायत कार्यालय का कार्य संचालित नहीं हो रहा है। इस लापरवाही के मद्देनज़र ग्राम पंचायत अधिकारी अजय कुमार एवं पंचायत सहायक का माह जुलाई का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोके जाने के निर्देश दिए गए।
मुख्य विकास अधिकारी ने अलीगढ़ रोड स्थित प्रद्युम्न आइस एंड कोल्ड स्टोरेज के कांवड़ शिविर का भी निरीक्षण किया। वहां प्रकाश, पानी या अन्य कोई व्यवस्था नहीं मिली। इस रोड पर कोल्ड स्टोरेज के तीन शिविर स्थापित हैं, जिनमें केवल खानापूर्ति की गई है। इस पर जिला उद्यान अधिकारी को सभी शिविरों पर समुचित व्यवस्थाएं तत्काल सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण के अंतर्गत महमूदपुर बरसे विकासखंड में स्थित समामई रूहल शिविर और हनुमान चौकी, नगर वन के पास की गई प्रकाश व्यवस्था का भी निरीक्षण किया गया। मौके पर उपस्थित खंड विकास अधिकारी को लगभग एक किलोमीटर क्षेत्र में प्रकाश की व्यवस्था कराए जाने के निर्देश दिए गए, साथ ही अधिशासी अभियंता विद्युत को भी इस कार्य में सहयोग करने को कहा गया। निरीक्षण के समय परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण तथा खंड विकास अधिकारी सासनी भी उपस्थित रहे।