अलीगढ़ 16 मई । मंगलायतन विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज में दीप प्रज्वलन एवं शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नर्सिंग विद्यार्थियों को उनके पेशे की मर्यादा, सेवा भावना और कर्तव्यों से अवगत कराना था। कार्यक्रम में आधुनिक नर्सिंग की जननी फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जीवन और उनके योगदान पर प्रकाश डालते हुए नर्सिंग को मानव सेवा का सर्वोच्च उदाहरण बताया। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। कुलपति प्रो. पीके दशोरा ने कहा कि नर्सिंग केवल एक व्यवसाय नहीं, बल्कि यह समाज सेवा का ऐसा माध्यम है जिसमें करुणा, सहानुभूति और निष्ठा का समावेश होता है। उन्होंने कहा कि एक आदर्श नर्स को अनुशासित, संवेदनशील और निस्वार्थ सेवा भाव रखने वाला होना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वह सेवा के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाएं। मुख्य अतिथि एएमयू के नर्सिंग विभाग की प्रिंसिपल डा. फराह आजमी ने फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जीवन और उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज भी उनके सिद्धांत और जीवन मूल्य नर्सिंग पेशे के लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को नर्सिंग की शपथ दिलाते हुए सेवा, सच्चाई और ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने की प्रेरणा दी। विद्यार्थियों ने भी सेवा व समर्पण के पथ पर चलने का संकल्प लिया।
डीन एकेडमिक प्रो. राजीव शर्मा ने कहा कि नर्सिंग के क्षेत्र में सेवा का भाव सर्वोपरि है। एक नर्स जाति, धर्म, भाषा से ऊपर उठकर मानवता की सेवा करती है। विशिष्ट अतिथि एएमयू की प्रो. परमिला ने कहा कि नर्सिंग को सिर्फ पेशे के रूप में नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक शैली के रूप में अपनाना चाहिए। डायरेक्टर प्रो. आरके शर्मा ने भी नर्सिंग शिक्षा की गुणवत्ता और विद्यार्थियों की भूमिका पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि नर्सिंग एक ऐसा पेशा है, जो दूसरों की जिंदगी को छूता है और उसमें बदलाव लाने की क्षमता रखता है। आभार प्रिंसिपल प्रो. शिवराज त्यागी ने व्यक्त किया। संचालन प्रो. गजेंद्र पाराशर ने किया। इस अवसर पर प्रो. अशोक पुरोहित, डा. जितेंद्र यादव, मीनाक्षी बिष्ट, अंकिता लाल आदि थे। मेधावी विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।