हाथरस 21 जून । सेकसरिया सुशीला देवी पब्लिक स्कूल, हाथरस में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विद्यालय परिसर में “योगसंगम 2025” का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन विद्यालय परिवार द्वारा शारीरिक, मानसिक व आत्मिक स्वास्थ्य के समन्वित विकास की ओर एक सशक्त पहल रहा। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं पतंजलि योग समिति (जलगांव) के योगतज्ञ डॉ. गणेश डी. पाटिल के प्रेरणादायी शब्दों से हुई। उन्होंने योग को भारतीय संस्कृति की गौरवशाली धरोहर बताते हुए इसे जीवनशैली का अंग बनाने का आह्वान किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जी डी पाटिल ने क्रीड़ा शिक्षक श्री मोहम्मद आशीष के साथ मिलकर एक ऊर्जादायी योग सत्र का संचालन किया। इसमें प्रतिभागियों ने आसन, प्राणायाम, सहयोगी प्राणायाम और सूक्ष्म व्यायाम का अभ्यास किया। इस सत्र का आयोजन आयुष मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुरूप किया गया।
इस कार्यक्रम में सीबीएसई उत्कृष्टता केंद्र, नोएडा एवं पतंजलि के तज्ञ प्रधानाचार्य डॉ.जी डी पाटिल ने अपने 37 वर्षों के योग अभ्यास का अनुभव साझा करते हुए कहा कि “योग न केवल शरीर को, बल्कि मन को भी निरोगी रखता है। योग ही हमारे शारीरिक, मानसिक कार्यक्षमता, आत्मनियंत्रण और सकारात्मक दृष्टिकोण को विकसित करता है। सत्र के दौरान प्राणायाम एवं आसनों का अभ्यास जरूरी जानकारीक साथ कराया गया। भस्त्रिका, कपालभाति, बाह्य प्राणायाम, अग्निसार, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, उदगीथ, कर्णरोगांतक, उज्जयी, सूर्यभेदी, चंद्रभेदी, प्राणायामिका अभ्यास कराया गया । उसके बाद विभिन्न आसन जैसे- पर्वतासन, अर्ध कटिचक्रासन, पश्चिमोत्तानासन, उष्ट्रासन, पद्मासन, वृक्षासन, सर्वांगासन, उत्तानपादासन, नौकासन, सर्पासन, चक्रासन, सिंहासन, हास्यासन, शवासन एवं योगनिद्रा आदि का अभ्यास करवाया गया और रोमांचक आसन और कलात्मक सामूहिक योगरचनाओंने सबका मन जीत लिया।
इस आयोजन में विद्यालय के शिक्षकगण, कर्मचारी, छात्र-छात्राएँ, अभिभावक एवं भारत विकास परिषद के सदस्यगण भी सक्रिय थे। कार्यक्रम की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास एवं महत्व बताया गया। इस अवसर पर भारत विकास परिषद के प्रांतीय “भारत को जानो” के उपप्रभारी ऋषि कुमार वार्ष्णेय, हाथरस शाखा अध्यक्ष जय शर्मा, सचिव तरुण शर्मा, कोषाध्यक्ष रिचा खंडेलवाल, संयोजक महिला सहभागिता ज्योति सिंह,संयोजक संस्कार संगीता वार्ष्णेय, प्रवीण खंडेलवाल, प्रदीप वार्ष्णेय, डिम्पल वार्ष्णेय और अन्य सदस्यों की भी विशेष उपस्थिति थी। भारत परिषद की ओर से भी सभी को नियमित योगाभ्यास हेतु प्रेरित किया गया, और विद्यालय द्वारा आयोजित “योगसंगम 2025” की प्रशंसा की गई। पूरे आयोजन का समापन ‘शांति पाठ’ से किया गया, जिससे सम्पूर्ण वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा एवं आत्मिक शांति से भर उठा। इस सफल आयोजन में आशीष मोहम्मद, राजकुमार कुशवाह, कौशल अग्रवाल का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने अपनी मेहनत व समर्पण से इस आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराया।