हाथरस 05 नवम्बर । सीबीएसई सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स के तत्वावधान में आज सेकसरिया सुशीला देवी पब्लिक स्कूल में अंग्रेजी वाद-विवाद प्रतियोगिता का सफल आयोजन हुआ। जिसमें एसआरबी, कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल, सेंट विवेकानंद, एबीजी गुरुकुलम, सेंट फ्रांसिस और सेक्सरिया सुशीला देवी पब्लिक स्कूल इन विद्यालयों के छात्रों ने सहभाग लिया। निर्णायक मंडल में अंग्रेजी के वरिष्ठ शिक्षक सचिन कुमार शर्मा और रश्मि शर्मा की उपस्थिति विशेष रही। कार्यक्रम में सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स के कोषाध्यक्ष मुकेश कुमार शर्मा सहित अनेक विद्यालयों के शिक्षक भी सम्मिलित हुए। प्रतियोगिता में सेंट फ्रांसिस इंटर कॉलेज की गुनी शर्मा और दिव्यांशी शर्मा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान सेंट विवेकानंद पब्लिक स्कूल की वैश्णवी यादव और प्रराब्धा बांदेल ने प्राप्त किया, जबकि तृतीय स्थान सेकसरिया सुशीला देवी पब्लिक स्कूल की कर्णिका जैन और गौरी भारद्वाज ने हासिल किया।
सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स के कोषाध्यक्ष मुकेश कुमार शर्मा ने अपने संबोधन में इस सफल आयोजन के लिए एसएसडी पब्लिक स्कूल को बधाई दी और सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका लक्ष्य छात्रों में ज्ञान का विकास करना, नैतिकता को बढ़ावा देना, और छात्रों को समग्र विकास के अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि सहोदय कॉम्प्लेक्स के अंतर्गत आने वाले 25 से अधिक विद्यालयों के बीच न केवल शैक्षणिक आदान-प्रदान होता है, बल्कि विभिन्न स्कूलों के शिक्षक और छात्र एक-दूसरे से सीखते हुए एकता और समर्पण का संदेश भी देते हैं। उन्होंने कहा “हम एक-दूसरे के सहयोगी हैं, न कि प्रतिस्पर्धी।”
एसएसडी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. गणेश डी. पाटिल ने विजेताओं का स्वागत किया और सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स की संपूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने में उसकी भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने छात्रों को वाद-विवाद की तैयारी के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि वाद-विवाद जैसी गतिविधियाँ 21वीं सदी की चार प्रमुख कुशलताओं सहयोग, महत्वपूर्ण चिंतन, संप्रेषण, और रचनात्मकता को छात्रों में विकसित करने में सहायक होती हैं। उन्होंने बताया कि वाद-विवाद छात्रों में आत्म-विश्वास और स्पष्टता लाने के साथ-साथ उनमें तार्किकता और विषय की गहरी समझ विकसित करता है। साथ ही, उन्होंने कहा कि वाद-विवाद जैसे मंच MBA, सिविल सेवाओं, कार्यक्षेत्रों, और पारिवारिक समस्याओं के समाधान में समूह चर्चा और संवाद की अहमियत को समझने में सहायक होते हैं। यह प्रतियोगिता छात्रों के लिए सीखने का एक अद्भुत मंच साबित हुई, जिसमें उन्हें आत्म-विश्वास, विश्लेषण क्षमता और सहयोग की महत्वपूर्ण कुशलताओं को मजबूत करने का अवसर मिला।