हाथरस 24 अप्रैल । सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. जगदीश लवानिया की चतुर्थ पुण्य स्मृति के अवसर पर ज्ञान कला संजीवनी समिति एवं ब्रज कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में रामोजी रिजॉर्ट्स, अलीगढ़ रोड पर एक भव्य अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस आयोजन की अध्यक्षता ब्रज कला केंद्र के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक गोयल जी ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ डिविजनल कमांडेंट अलीगढ़ राजेश कुमार सिंह, फैमिली कोर्ट जज अलीगढ़ बीडी सिंह एवं जिला जज उरई अनिल कुमार वशिष्ठ द्वारा मां शारदा के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। कवि सम्मेलन की शुरुआत बदायूं की कवियत्री सोनरूपा विशाल की वंदना से हुई, जिसके पश्चात देश के कोने-कोने से पधारे कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मुख्य आकर्षण रहे :
शबीना अदीब (कानपुर) ने ग़ज़लों से श्रोताओं को खूब सराहा:
“तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई-नई है…”
गजेंद्र प्रियांशु (बाराबंकी) ने सुनाया:
“रात रात भर तुमको गाया, सुबह छपे अख़बार में…”
पदम अलबेला (हाथरस) ने हास्य और अलबेली रचनाओं से खूब तालियां बटोरीं।
सोनरूपा विशाल (बदायूं) ने पढ़ा:
“प्यास को कूप की ज़रूरत है…”
मोहित शौर्य (गाजियाबाद) ने ओजस्वी कविता से जोश भर दिया:
“ये गाँव का रास्ता है, सुकून तक जाएगा…”
प्रवीण पांडे (फिरोजाबाद) ने ब्रज रस से सराबोर गीत “लाड़ली राधिका…” प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन हास्य और गीत के सम्राट सतीश मधुप (मैनपुरी) ने किया। कार्यक्रम के आयोजक प्रगल्भ लवानिया, ललित लवानिया, अदिति लवानिया, ज्योत्सना शर्मा, बृजकिशोर शर्मा और संयोजक डॉ. प्रीति लवानिया रहे। इस अवसर पर मशहूर गीतकार शबीना अदीब को डॉ. जगदीश लवानिया स्मृति सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. प्रीति लवानिया एवं चंद्रगुप्त विक्रमादित्य (ब्रज कला केंद्र अध्यक्ष) ने आभार व्यक्त करते हुए सभी का धन्यवाद किया।
इस दौरान मुख्य रूप से राज बहादुर राज (प्रभारी, कलेक्ट्रेट), बेगम जरीना बानो (संस्कृति एवं पर्यटन अधिकारी), प्रो. सुषमा यादव (प्राचार्य, आरडी गर्ल्स कॉलेज), डॉ. एसके राजू गाबर (रोटरी क्लब गवर्नर), डॉ. मिता कौशल (पूर्व प्राचार्य) मौजूद रहे, जिन्हें आयोजकों द्वारा सम्मानित किया गया।