लखनऊ 01 जुलाई । राजधानी लखनऊ के चौक क्षेत्र की अशर्फाबाद कॉलोनी उस वक्त सन्नाटे में डूब गई, जब एक ही परिवार के तीन लोगों की आत्महत्या की खबर सामने आई। कपड़ा व्यापारी शोभित रस्तोगी (45) ने अपनी पत्नी सुचिता (43) और बेटी ख्याति (16) के साथ आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में शोक और सनसनी का माहौल बन गया। शोभित रस्तोगी की राजाजीपुरम के ई-ब्लॉक में ‘जुगल फैशन पॉइंट’ नाम से कपड़ों की दुकान थी। सोमवार सुबह जब दुकान नहीं खुली और कॉल्स का जवाब नहीं मिला, तब पड़ोसियों और रिश्तेदारों को शक हुआ। घर का दरवाजा खोलने पर सामने जो दृश्य था, वह रोंगटे खड़े कर देने वाला था। तीनों के शव घर में पाए गए।
कर्ज से परेशान थे शोभित, सुसाइड नोट से खुला राज
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें शोभित ने लिखा है कि वह कर्ज में डूब चुके हैं और अब जीने की हिम्मत नहीं रही। उन्होंने साफ लिखा कि “अब बचने का कोई रास्ता नहीं, परिवार को और तकलीफ में नहीं डाल सकता।” उन्होंने अपने इस कदम के लिए किसी अन्य को दोषी नहीं ठहराया।
पुनरावृत्ति बनती जा रही हैं ऐसी घटनाएं
लखनऊ में यह पहली बार नहीं है, जब आर्थिक संकट की वजह से कोई परिवार खुद को खत्म करने पर मजबूर हुआ हो। पिछले कुछ वर्षों में इस तरह की घटनाएं चिंता बढ़ाने वाली हैं 27 जुलाई 2022 – जानकीपुरम निवासी नलकूप विभाग के जेई शैलेंद्र कुमार, उनकी पत्नी गीता और बेटी प्राची ने 60 लाख कर्ज की वजह से जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। 9 अक्टूबर 2023 – विकासनगर निवासी डॉ. प्रदीप वर्मा ने 20 लाख का कर्ज न चुका पाने के चलते आत्महत्या कर ली थी। 20 अगस्त 2023 – पीजीआई वृंदावन निवासी राकेश शुक्ला ने तीन बैंक कर्मियों द्वारा कर्ज वसूली में प्रताड़ना से तंग आकर जान दे दी थी।
क्या कहती है पुलिस?
एसीपी चौक के अनुसार, शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। शोभित का मोबाइल और बैंक लेनदेन की जानकारी खंगाली जा रही है। परिवार के परिचितों से भी पूछताछ की जा रही है।