श्रावस्ती 19 जून । श्रावस्ती जिले में फर्जी दस्तावेजों के सहारे शिक्षक पद पर नियुक्ति का बड़ा खुलासा हुआ है। वर्ष 2016 में जारी 29,334 पदों की शिक्षक भर्ती की चल रही जांच के तहत जिले के 13 सहायक अध्यापकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए, जिन्हें मंगलवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों (BEO) को इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
प्रदेश में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठने के बाद, शासन के निर्देश पर शिक्षकों के शैक्षिक और नियुक्ति दस्तावेजों का सत्यापन शुरू कराया गया। इसी क्रम में हरिहरपुररानी के बीईओ अमित कुमार एवं जमुनहा के बीईओ सतीश कुमार की संयुक्त जांच टीम ने जिले में तैनात शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की गहन जांच की। जांच में पाया गया कि 13 शिक्षक फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नियुक्त हुए थे।
इन शिक्षकों के नाम हुए उजागर
बर्खास्त शिक्षकों में उच्च प्राथमिक विद्यालय धर्मपुर में तैनात सहायक अध्यापक जोगराज पाल, महरौली के राव आर्येंद्र प्रकाश पियूष, पिपरहवा रंजीतपुर के अनुराग मिश्रा, गब्बापुर के प्रेम सिंह, तुरुस्मा के आशीष कुमार पांडेय, विंडोहवा के अजय कुमार, कोकल के कृष्ण गोपाल सिंह, कोदिया गांव के दीपक कुमार, धोबिहा के सौभाग्य पांडेय, भगवानपुर भैंसाही के पवन कुमार चतुर्वेदी, हरवंश पुर के फौरन सिंह, मल्हीपुर खुर्द के राजेश कुमार व लक्ष्मनपुर सेमरहनिया में तैनात भूपेंद्र बाबू का नाम शामिल है। यह सभी उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं।
अन्य की भी जांच जारी
सभी आरोपी शिक्षकों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ ही केस दर्ज कराया जाएगा। साथ ही अन्य शिक्षकों की भी जांच कराई जा रही है। -अजय कुमार, बीएसए