हाथरस 17 अक्टूबर । सीबीएसई बोर्ड अपने विद्यालयों के शिक्षकों की शिक्षण की गुणवत्ता को सुधारने के लिए अनवरत प्रशिक्षण की कार्यशालाएं आयोजित कर रहा है। इसी के तहत सीबीएसई के दिल्ली स्थित उत्कृष्टता केंद्र द्वारा एक बड़े ही महत्वपूर्ण विषय पर गणित शिक्षकों के प्रशिक्षण की कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें दिल्ली स्थित राजकीय बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ” गणित (माध्यमिक ) ” विषय पर दो-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसके लिए हाथरस जिले के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद विक्रम सिंह प्रधानाचार्य को रिसोर्स पर्सन के रूप में नियुक्त किया गया था। प्रिंसिपल विक्रम सिंह द्वारा बोर्ड के निर्धारित नियमों के अनुसार इस कार्यशाला में अति उत्तम ढंग से शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। इस कार्यशाला का विषय अंग्रेजी में कंप्यूटर स्लाइड्स के द्वारा प्रस्तुत किया गया। विषय को रुचिकर बनाने के लिए बीच-बीच में ऑडियो तथा वीडियो क्लिप का भी प्रदर्शन किया गया। दोनों दिन के पूरे विषय को दस उपविषयों में बांट कर बड़े ही अच्छी तरह से समझाया गया, जिसमें गणित शिक्षण के समय आने वाली कठिनाइयों के बारे में, शिक्षकों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में तथा उनके निवारण के लिए सुझावों के बारे में, गणित विषय की शिक्षण विधियां के बारे में, ब्लूम वर्गीकरण के बारे में, मूल्यांकन की आधुनिक विधिओं के बारे में, पाठ योजना एवं उनके प्रभावी स्वरूप के बारे में, गणित शिक्षण को सुगम बनाने के लिए आधुनिक कंप्यूटरीकृत संसाधनों को प्रयोग में लाने के लिए भी विशेष बल दिया गया।
गणित विषय के शिक्षण में प्रयोग किए जाने वाले एवं सहायक आधुनिक ऐप एवं वेबसाइट के बारे में भी बताया गया। सीबीएसई बोर्ड में पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार तथा उनके समुचित उत्तर देने के बारे में भी चर्चा की गई। भारत सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में समझाया गया। उसके बाद मूल्यांकन की प्रक्रियाओं तथा उनके बदलाव के बारे में भी बताया गया। छात्र को पूरी तरह समझने के लिए कई प्रकार की विधियों के बारे में भी सुझाव दिए गये। सभी प्रतिभागियों ने आयोजित की गई गतिविधियों में बड़े ही सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यशाला के अंत में विक्रम सिंह ने सीबीएसई के इस महत्वपूर्ण कदम को सार्थक बताया और कहा कि इससे विद्यार्थियों का भी मार्ग बेहतर ढंग से प्रशस्त हो सकेगा। प्रशिक्षण कार्यशाला में दिल्ली के कई राजकीय विद्यालयों के शिक्षक शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया।