
हाथरस 30 दिसंबर । जनपद में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने एवं आपात परिस्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा के निर्देशन में आज रिजर्व पुलिस लाइन हाथरस के परेड ग्राउंड में दंगा नियंत्रण अभ्यास (एंटी रायट ड्रिल) का आयोजन किया गया। इस अभ्यास में पुलिस एवं फायर सर्विस टीम ने संयुक्त रूप से भाग लिया। कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक रामानंद कुशवाहा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी (CFO) राजकुमार बाजपेयी, जनपद के समस्त क्षेत्राधिकारी, थाना प्रभारी एवं अन्य पुलिस अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। दंगा नियंत्रण अभ्यास से पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों एवं आर्मोरर द्वारा मौजूद पुलिस बल को एंटी रायट ड्रिल के महत्व एवं उपयोग में लाए जाने वाले दंगा नियंत्रण उपकरणों की विस्तृत जानकारी दी गई। अधिकारियों ने फोर्स को ब्रीफ करते हुए बताया कि किसी भी आकस्मिक घटना, भीड़ के अचानक एकत्रित होने अथवा अवैध जमाव और बलवे की स्थिति में कानून-व्यवस्था बनाए रखने हेतु एंटी रायट ड्रिल का प्रयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि छोटी सी घटना भी बड़ा रूप ले सकती है, इसलिए पूर्व तैयारी और अभ्यास अत्यंत आवश्यक है। ड्रिल के दौरान अधिकारियों द्वारा दंगा नियंत्रण उपकरणों का डेमो भी प्रस्तुत किया गया। मॉक ड्रिल अभ्यास में पुलिसकर्मियों को आंसू गैस गन, एंटी रायट गन, रबर बुलेट गन, टीयर गैस गन, हैंड ग्रेनेड सहित अन्य उपकरणों के प्रयोग की जानकारी दी गई तथा विषम परिस्थितियों में भीड़ के बीच स्वयं को सुरक्षित रखते हुए कानून-व्यवस्था बनाए रखने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

अभ्यास के दौरान पुलिस टीम को दंगा निरोधक उपकरणों का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। इसमें फायर ब्रिगेड की गाड़ी से पानी की बौछार, लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले, दंगाइयों पर रबर के गोले, एंटी रायट गन, रबर बुलेट गन, टीयर गैस गन, हैंड ग्रेनेड एवं मिर्ची बम के प्रयोग का पूर्वाभ्यास कराया गया। साथ ही विभिन्न टीमें गठित कर दंगा नियंत्रण के दौरान अमल में लाए जाने वाले सभी विधिक प्रावधानों का क्रमवार अभ्यास किया गया। पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे हर परिस्थिति के लिए पूरी तरह सतर्क और तैयार रहें, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई कर कानून-व्यवस्था कायम रखी जा सके।
















