
हाथरस 29 दिसंबर । विकास खण्ड मुरसान स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय टुकसान में एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ मंडलायुक्त संगीता सिंह द्वारा किया गया। यह कार्यक्रम बालिकाओं को भविष्य में सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंडलायुक्त संगीता सिंह ने इसे अपने लिए भावनात्मक क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम एक विचार के रूप में शुरू हुआ था, जो आज धरातल पर साकार हुआ है। उन्होंने बताया कि लखनऊ में एक बैठक के दौरान एचपीवी टीकाकरण पर चर्चा हुई थी, लेकिन उस समय बजट की सीमाओं के कारण इसे तुरंत लागू नहीं किया जा सका। इसके बावजूद यह विचार मन में बना रहा कि यदि कुछ बालिकाओं को भी इस बीमारी से बचाया जा सके, तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी। मंडलायुक्त ने बताया कि एचपीवी एक ऐसी बीमारी है, जिससे 9 से 14 वर्ष की आयु की बालिकाओं को समय रहते टीकाकरण द्वारा सुरक्षित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस पहल की प्रेरणा राज्यपाल के एक कार्यक्रम से मिली। उन्होंने जानकारी दी कि एक वैक्सीन की लागत लगभग ₹5000 होती है, लेकिन सामाजिक सहभागिता के माध्यम से इसे ₹2500 में उपलब्ध कराया गया। यह इस बात का उदाहरण है कि जब समाज और प्रशासन मिलकर कार्य करते हैं, तो असंभव भी संभव हो जाता है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में 100 बालिकाओं का टीकाकरण किया जा रहा है तथा भविष्य में इस संख्या को लगातार बढ़ाया जाएगा। मंडलायुक्त ने मंडल के सभी जिलाधिकारियों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने इस पहल को पूरी संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ाया। साथ ही सहयोग देने वाले समाजसेवियों एवं उद्योग बंधुओं का हृदय से आभार व्यक्त किया। मंडलायुक्त ने कहा कि एचपीवी टीकाकरण बालिकाओं के स्वास्थ्य संरक्षण की दिशा में एक अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है, जिससे भविष्य में सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचाव संभव है। उन्होंने इसे केवल एक स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित भविष्य देने का प्रयास बताया और बालिकाओं को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर जिलाधिकारी अतुल वत्स ने कहा कि यह अभियान किसी सरकारी योजना का मात्र हिस्सा नहीं, बल्कि एक संवेदनशील प्रशासनिक सोच का परिणाम है। उन्होंने बताया कि यह पहल महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का सशक्त उदाहरण है। जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि भविष्य में जनपद में 1000 से 1500 बालिकाओं को इस योजना से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में फील्ड स्तर पर कार्यरत अधिकारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एचपीवी वैक्सीनेशन सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम में अत्यंत प्रभावी है और यह विश्व के लगभग 155 देशों में लागू है। भारत में भी इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह संक्रमण कई बार बिना किसी लक्षण के होता है, इसलिए समय पर टीकाकरण बेहद आवश्यक है। कार्यक्रम के दौरान मंडलायुक्त, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा विद्यालय में अध्ययनरत दिसंबर माह में जन्मी बालिकाओं को उपहार देकर जन्मदिन की शुभकामनाएं दी गईं। साथ ही प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत टीबी रोगियों को पोषण पोटली वितरित कर उन्हें गोद भी लिया गया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य विकास अधिकारी ने मंडलायुक्त, उपस्थित अधिकारियों, चिकित्सा विभाग की टीम एवं सहयोगी समाजसेवियों/उद्योग बंधुओं के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जे.डी.सी. अलीगढ़, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप जिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी पुलिस, चिकित्सा विभाग की टीम, विद्यालय प्रशासन सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।










