
हाथरस 23 दिसम्बर । डेढ़ दशक से चले आ रहे अपने इतिहास को बरसाना मंडल ने एक बार फिर से दोहरा दिया। बरसाना के रास मंडप में जमक राधा नाम रस की बयार वही। छप्पन भोग प्रसादी की छटा में राधा रासबिहारी बिराजे और ब्रजद्वार के भक्तों ने जमकर धमाल मचाया। अवसर था बरसाना यात्रा मण्डल के वार्षिकोत्सव का और स्थान था लाडली का रास मण्डप। सानिध्य बरसा रहा था बरसाना के विरक्त संत श्री रमेश बाबा महाराज का। उत्सव के उपसर्ग में रमेश बाबा महाराज ने कहा कि लाडली की कृपा सदैव समर्पित सेवा में बिराजती है। उन्होंने कहा भगवान को चाहते हो तो निर्बल बनना पड़ेगा। क्योंकि बलवान तो स्वयं सबल होता है, लेकिन लाडली तो समर्पित पर कृपा लुटाती हैं। कार्यक्रम की शुरुआत प्रभात फेरी के बाद बरसाना पहुंचने पर हुई। बरसाने में सजे छप्पन भोग प्रसादी में बिराजे राधा रासबिहारी की छटा देखते ही बन रही थी। बरसाना पहुंचते ही भक्तों को बालभोग प्रसादी मिली तो बाल-गोपाल प्रसादी व संत प्रसादी में ब्रजद्वार के भक्तों ने जम कर सेवा सहयोग किया। इसके बाद रास मण्डप में छप्पन भोग प्रसादी के आलौकिक छटा में बिराजे राधा रास बिहारीलाल पर ब्रजद्वार के भक्तों ने जम कर राधा रस की बौछार की। शब्दों के संगम में भक्तों ने जम कर डुबकी लगाई। सुबह बसों द्वारा बरसाना पहुंचे भक्तों ने देर शाम हाथरस पहुँच धरा को नमन कर उत्सव को संपन्न किया। इस अवरस पर अध्यक्ष श्री प्रदीप अग्रवाल, जमुना प्रसाद, जितेंद्र वार्ष्णेय (राधे), आशीष जैन, पूर्व चेयरमैन रहे आशीष शर्मा, विकास अग्रवाल, लक्ष्मीतरामण वार्ष्णेय, अमित अग्रवाल, कुलदीप गौड़, मनोज गुप्ता, रविन्द्र वार्ष्णेय छुट्टन, संदीप माहेश्वरी, सौरभ पाठक, महेशचंद्र पांडेय, गौरव भारद्वाज, संदीप भारद्वाज, सुभाषचंद्र कोपीवाले, नारायण वार्ष्णेय, राजा वार्ष्णेय, देवू वार्ष्णेय, मनमोहन वार्ष्णेय, अशोक अग्रवाल, मनोज वार्ष्णेय, राजेश दीक्षित, संजय केशव दीक्षित आदि सैकड़ो भक्तन उपस्थित थे।
















