
हाथरस 18 दिसंबर । भारतीय जनता पार्टी हाथरस के पूर्व कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र वार्ष्णेय सर्राफ ने केंद्र सरकार की “विकसित भारत – जी राम जी” का आरती कर स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि योजना के अंतर्गत 125 दिनों के रोजगार की गारंटी, साप्ताहिक भुगतान और बेहतर फंडिंग से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार, आय और विकास को बढ़ावा मिलेगा। इससे गांव आत्मनिर्भर और विकसित बनेंगे तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। शैलेन्द्र वार्ष्णेय सर्राफ ने कहा कि युगों-युगों से भारत भगवान श्रीराम के सिद्धांतों, मर्यादा और आदर्शों का उदाहरण पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत करता रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास ऐसे ऐतिहासिक प्रमाण मौजूद हैं, जिनसे पता चलता है कि अंग्रेजों के शासनकाल में भी भगवान राम के नाम से एक योजना चलाई गई थी। वर्ष 1923 में डाक विभाग द्वारा संचालित उस योजना का नाम “श्री राम जी रजिस्ट्री पार्सल” था, जिसके अंतर्गत रजिस्ट्री पार्सल एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजे जाते थे। उन्होंने बताया कि उस समय पार्सल की रसीदों पर सूर्य देवता का चित्र अंकित होता था, क्योंकि भगवान श्रीराम सूर्यवंशी थे। इससे यह स्पष्ट होता है कि अंग्रेज भी भगवान राम के आचरण और सिद्धांतों से परिचित थे और उनके नाम से योजना लागू की गई थी। शैलेन्द्र वार्ष्णेय सर्राफ ने कहा कि हर भारतवासी को केंद्र सरकार की “जी राम जी योजना” का स्वागत करना चाहिए, क्योंकि यह योजना न केवल रोजगार और विकास को गति देगी, बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत और राम के आदर्शों को भी मजबूती प्रदान करेगी।











