
हाथरस 18 दिसंबर । विकास खंड हसायन के ग्राम नगला मया के एक किसान ने प्रशासनिक उपेक्षा से तंग आकर कलेक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है। किसान चन्द्रपाल ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपते हुए कहा है कि यदि उनके खेतों की ओर जाने वाले चकरोड़ पर बह रहे नालियों के पानी को बंद कर रास्ता दुरुस्त नहीं किया गया, तो वह अपने प्राणों की बाजी लगा देंगे। किसान चंद्रपाल का कहना है कि उनके खेतों तक पहुँचने के लिए केवल एक ही चकरोड़ उपलब्ध है। दुर्भाग्यवश, गाँव की नालियों का गंदा पानी इसी चकरोड़ पर बहाया जा रहा है, जिससे रास्ता पूरी तरह दलदल में तब्दील हो चुका है। जलभराव के कारण न तो ट्रैक्टर खेतों तक जा पा रहा है और न ही किसान खाद-बीज लेकर जा पा रहे हैं। किसान का आरोप है कि वह और उनके वृद्ध पिता पिछले कई महीनों से तहसील और जिला स्तर पर दर्जनों चक्कर लगा चुके हैं। हर बार शिकायत को IGRS (जनसुनवाई पोर्टल) पर डाल दिया जाता है, जहाँ बिना किसी धरातलीय सुधार के केवल कागजी खानापूर्ति कर मामला बंद कर दिया जाता है। चंद्रपाल ने भावुक होते हुए कहा कि मैंने इस साल खेत में शकरकंद लगाई थी, लेकिन रास्ते की वजह से सब बर्बाद हो रहा है। मैं शारीरिक रूप से सिर पर वजन उठाने में असमर्थ हूँ। अगर रास्ता साफ हो जाए, तो कम से कम मैं साइकिल पर पशुओं का चारा तो ला सकूँगा। अब मेरे पास मरने या अनशन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। उल्लेखनीय है कि चंद्रपाल पूर्व में भी कई सामाजिक और जनहित के मुद्दों के लिए आवाज उठाते रहे हैं। अब अपनी निजी और जायज समस्या के लिए उन्हें प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ रहा है। किसान ने स्पष्ट किया है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वह कलेक्ट्रेट परिसर में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू कर देंगे, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।











