
हाथरस 14 दिसंबर । पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा के निर्देशन में जनपद में चलाए जा रहे “ऑपरेशन जागृति फेज-05” अभियान के अंतर्गत रविवार को जनपद के समस्त थाना क्षेत्रों में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों के तहत थाना प्रभारी, एंटी रोमियो टीम एवं महिला बीट आरक्षियों द्वारा स्कूलों, कॉलेजों एवं सार्वजनिक स्थलों पर छात्राओं, बालिकाओं और आमजन को अभियान के उद्देश्यों से अवगत कराया गया। यह अभियान अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ के मार्गदर्शन में संचालित किया जा रहा है। ऑपरेशन जागृति के पहले चार चरण सफलतापूर्वक पूर्ण हो चुके हैं, जिनके सकारात्मक परिणामस्वरूप महिलाओं व बालिकाओं के विरुद्ध अपराधों में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है। इसी क्रम में 14 दिसंबर से 23 दिसंबर 2025 तक ऑपरेशन जागृति फेज-5.0 चलाया जा रहा है। इस चरण का प्रमुख विषय नाबालिग लड़कियों व लड़कों के बीच प्रेम संबंधों के चलते घर से भागने जैसे फैसलों के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना है।
कार्यक्रमों के दौरान छात्राओं, बालिकाओं व स्कूल स्टाफ को किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक बदलावों की जानकारी दी गई। साथ ही नाबालिगों के मामलों में एलोपमेंट की कानूनी स्थिति, पॉक्सो एक्ट, मेडिकल जांच व न्यायिक प्रक्रिया से जुड़े मानसिक प्रभावों तथा सोशल मीडिया, ऑनलाइन गेमिंग और चैट ऐप्स से उत्पन्न साइबर खतरों से बचाव के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई। अभिभावकों को बताया गया कि टीनएज जीवन का अत्यंत संवेदनशील चरण होता है, जिसमें बच्चों को डांटने या कठोर नियंत्रण के बजाय संवाद, समझदारी और विश्वास का वातावरण देना आवश्यक है, ताकि वे भावनाओं में बहकर गलत निर्णय न लें। इस दौरान महिलाओं व बालिकाओं को विभिन्न सुरक्षा एवं सहायता सेवाओं के बारे में भी जागरूक किया गया। उन्हें यूपी-112, वूमेन पावर लाइन 1090, 181 महिला हेल्पलाइन, 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन, 1076 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, यूपी कॉप ऐप, 102 स्वास्थ्य सेवा और 108 एम्बुलेंस सेवा की जानकारी देते हुए निर्भीक होकर इनका उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि किसी भी अपराध या अपराध की आशंका की स्थिति में बिना संकोच पुलिस से संपर्क करें। ऑपरेशन जागृति अभियान महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक सिद्ध हो रही है।










