
हाथरस 10 दिसंबर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के शुभ अवसर पर लेबर कॉलोनी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में मातृशक्तियों के सशक्तिकरण एवं समाज परिवर्तन के संकल्प के उद्देश्य से ‘सप्तशक्ति संगम’ कार्यक्रम का आयोजन बुधवार, 10 दिसंबर 2025 को दोपहर 11:30 बजे किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ समूह गीत, दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। इस अवसर पर लगभग 160 महिलाओं की सहभागिता रही। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की आचार्या एवं कार्यक्रम सह-संयोजिका डॉ. रीना अग्निहोत्री एवं प्रीति शर्मा द्वारा अतिथियों के परिचय एवं स्वागत से की गई। मुख्य वक्ता पवित्रा विद्यालंकार, मुख्य अधिष्ठात्री एवं आचार्या, कन्या गुरुकुल महाविद्यालय रहीं। उन्होंने मातृशक्ति की भूमिका को राष्ट्र निर्माण का आधार बताते हुए कहा कि परिवार ही संस्कारों की प्रथम पाठशाला है। उन्होंने कहा कि शहरीकरण के कारण हमारी संस्कृति पर प्रभाव पड़ रहा है और आज समाज के प्रबोधन की आवश्यकता है। उन्होंने परिवार को एकजुट रखने में माता की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि बीना आर्य रहीं, जिन्होंने “भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका” विषय पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि नारी ही राष्ट्र निर्माण की आधारशिला है और सशक्त महिला ही सशक्त समाज का निर्माण कर सकती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पतंजलि योग समिति की जिला प्रभारी यश वाला शर्मा ने की। उन्होंने मातृशक्तियों को चारित्रिक एवं नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक करते हुए प्रेरणादायक बातें रखीं। कार्यक्रम के समापन पर संयोजिका अनु विमल ने सभी अतिथियों एवं उपस्थित मातृशक्तियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष पुरुषोत्तम राठी, उपाध्यक्ष शरद तिवारी, प्रबंधक मनोज अग्निहोत्री एवं प्रधानाचार्य लोकेंद्र शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मीडिया प्रभारी सत्येंद्र प्रताप सिंह, सह मीडिया प्रभारी निखिल वर्मा, देवकीनंदन गौतम, शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का समापन नारी सशक्तिकरण और समाज परिवर्तन के संदेशों के साथ हुआ।














