
हाथरस 27 नवंबर । आज प्रेम रघु ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट में सिक्ख समाज के नवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वाँ शहीदी दिवस श्रद्धा एवं सम्मान के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हरीगढ़ विभाग के विभाग प्रचारक गोविंद जी, जिला प्रचारक जय किशोर जी, नगर प्रचारक शिवम जी, तथा संस्था के चेयरमैन एवं नगर संघचालक डा. पी.पी. सिंह द्वारा भारत माता और गुरु तेग बहादुर जी के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। यह आयोजन सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले के निर्देशन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा देशभर में चलाए जा रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा है। मुख्य वक्ता गोविंद जी ने अपने संबोधन में कहा कि गुरु तेग बहादुर जी के सर्वोच्च बलिदान की ही बदौलत आज हम गर्व से स्वयं को हिन्दू कह पा रहे हैं। उन्होंने मुगल शासन के सामने झुकने के बजाय धर्म की रक्षा हेतु अपना शीश कटवाना स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि मुगल सम्राट औरंगजेब द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन लागू किए जाने के समय हिन्दू समाज ने गुरु तेग बहादुर जी से रक्षा की याचना की। तब गुरु जी ने कहा कि यदि वह (औरंगजेब) पहले मेरा धर्म परिवर्तन करा ले, तो पूरा हिन्दू समाज धर्म परिवर्तन कर लेगा। इस सत्याग्रह के बाद औरंगजेब ने गुरु जी को दिल्ली बुलाकर धर्म बदलने का आदेश दिया, परंतु गुरु जी अडिग रहे और अंततः शहीद होकर धर्म की रक्षा की मिसाल पेश की। मुख्य वक्ता ने युवाओं से आग्रह किया कि जब गुरु तेग बहादुर जी ने हमारी रक्षा के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया, तो हमारा भी कर्तव्य है कि धर्म और राष्ट्र की रक्षा में योगदान दें। कार्यक्रम में संस्था की छात्राएँ खुशी और कल्पना कौर ने भी गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर संस्थान के डिप्टी डायरेक्टर डा. भरत शर्मा, आयुर्वेद प्राचार्या डा. सरोज गौतम, नर्सिंग प्राचार्य डा. सतेंद्र सिंह, फार्मेसी प्राचार्य डा. लोकेश भारद्वाज, सहित सभी शिक्षक एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में चेयरमैन डा. पी.पी. सिंह ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डा. अभिषेक द्वारा किया गया।














