सिकंदराराऊ (हसायन) 19 नवंबर । कोतवाली क्षेत्र की सलेमपुर पुलिस चौकी अंतर्गत नगला विजन–हसायन मार्ग पर 4 नवंबर को हुई बाइक लूट की घटना का पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर पाई है। घटना को हुए सोलह दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। पीड़ित लगातार चौकी और कोतवाली के चक्कर काट रहा है, जबकि पुलिस जांच का हवाला देकर हाथ पर हाथ धरे बैठी नजर आ रही है। घटना के अनुसार, गांव नगला जलाल निवासी नीतेश कुमार पुत्र महीपाल सिंह धनतेरस पर होंडा कंपनी की नई मोटरसाइकिल लेकर अपनी बहन के घर जा रहा था। नगला विजन के पास उसकी बाइक एक ट्रैक्टर से टकरा गई। इसके बाद नीतेश बाइक लेकर आगे बढ़ा, जहां दूसरी बार गिरने पर तीन अज्ञात युवक वहां पहुंचे और उसे घर छोड़ने का बहाना बनाकर बाइक सहित अपने साथ ले गए। पीड़ित के अनुसार, युवक उसे घर ले जाने के बजाय कासगंज मार्ग पर अगसौली चौकी से पहले एक सुनसान स्थान पर ले गए, जहां उससे 120 रुपये छीनकर उसकी बाइक लेकर फरार हो गए। हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने पीड़ित द्वारा दी गई तहरीर में बताए गए 120 रुपये का उल्लेख एफआईआर में शामिल नहीं किया और स्पष्ट लूट की घटना को चोरी की धारा में दर्ज कर दिया।
पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस ने सुराग लगाने के नाम पर उनसे 450 रुपये खर्च कराकर एक पेन ड्राइव मंगवाई, जिस पर सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराया गया। इसके बावजूद पुलिस लुटेरों तक पहुंचने में नाकाम रही है। घटना के संबंध में जब पीड़ित के बहनोई ने चौकी प्रभारी से जानकारी ली तो उन्होंने संतोषजनक जवाब देने के बजाय रौब झाड़ते हुए सिर्फ इतना कहा कि मामले की जांच की जा रही है। स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि यही चौकी प्रभारी इससे पहले भी एक पीड़ित महिला के साथ अभद्र व्यवहार कर चुका है। शासन द्वारा पुलिस को पीड़ितों से सौम्य और संवेदनशील व्यवहार करने के निर्देश दिए जाने के बावजूद खाकी का रौब कई मौकों पर हावी दिखाई देता है। बाइक लूट की घटना को लेकर पीड़ित नीतेश अभी तक परेशान है और अपनी नई बाइक का कोई पता न चलने से मानसिक रूप से भी तनाव में है। घटना के सोलह दिन बाद भी सलेमपुर चौकी पुलिस के हाथ खाली होने से क्षेत्र के लोग भी पुलिस की जांच पर सवाल उठा रहे हैं।










