
लखनऊ 17 नवंबर । उत्तर प्रदेश में ठंड का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। इटावा, कानपुर, बाराबंकी, अयोध्या, अमेठी, मेरठ और बुलंदशहर सहित अनेक जिलों में बीते कुछ दिनों से रात में आंशिक शीतलहर जैसी स्थिति दर्ज की जा रही है। रविवार की रात भी इन स्थानों पर तापमान 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। कई जिलों में सुबह व शाम पारे में तेज गिरावट देखने को मिली, जबकि कानपुर, बाराबंकी व प्रयागराज में रात का तापमान सामान्य से 4 डिग्री तक नीचे पहुंच गया। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार से पछुआ हवाओं की रफ्तार कम होने लगेगी, जिससे शीतलहर का दायरा सिमटेगा और रात के तापमान में गिरावट का सिलसिला धीमा होगा। उन्होंने कहा कि दिन में गुनगुनी धूप निकलने की संभावना है।
इधर, उत्तर भारत से लेकर पूर्वी राज्यों तक ठंड तेज हो गई है। कश्मीर घाटी व हिमाचल प्रदेश में तापमान माइनस में पहुंच चुका है, जबकि दिल्ली में रविवार का पारा 9 डिग्री दर्ज किया गया, जो पिछले तीन वर्षों में नवंबर का सबसे ठंडा दिन रहा। जम्मू, हरियाणा और ओडिशा में भी तापमान सीजन के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फबारी और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण मैदानी इलाकों में सिहरन और बढ़ गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट होगी और ठंड का प्रकोप और तेज हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार 17 नवंबर की रात एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से तापमान में हल्का सुधार हो सकता है, लेकिन इसके गुजरते ही सर्दी फिर बढ़ जाएगी। वहीं, 21 नवंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत तक पहुंचने की संभावना है। ऐसे में उत्तर भारत, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और ओडिशा में ठंड में इजाफ़ा होने का अनुमान है। विभाग ने लोगों को सुबह-शाम अतिरिक्त सावधानी बरतने और ठंड से बचाव के लिए आवश्यक उपाय अपनाने की सलाह दी है।












