सिकंदराराऊ (हसायन) 16 नवंबर । हसायन कस्बा और देहात क्षेत्र के इत्र कारोबार इन दिनों गंभीर संकट के दौर से गुजर रहे हैं। क्षेत्र के लगभग पच्चीस लघु इत्र कुटीर उद्योग प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा बिना कारण एनओसी लेने के दबाव, बार-बार निरीक्षण और नोटिस चस्पा किए जाने से परेशान हैं। इत्र व्यापारियों का कहना है कि विभाग के अधिकारी लगातार कारखानों पर पहुंचकर एनओसी न होने पर भय पैदा कर रहे हैं, जबकि यह उद्योग सदियों पुरानी देसी पद्धति से चलता है और किसी भी प्रकार का केमिकल, मशीन या जहरीला धुआँ इसमें उत्पन्न नहीं होता। व्यापारियों ने बताया कि एक सप्ताह पहले भी अधिकारी बंद पड़े इत्र कारखाने पर नोटिस चस्पा कर लौट गए। इससे परेशान होकर कस्बा और देहात के सभी इत्र उद्योगों के संचालकों ने ग्राम इन्द्र नगर सिकतरा के माजरा निजामतपुर स्थित एक इत्र कारखाने में बैठक कर अपनी समस्याएं साझा कीं।
बैठक में पूर्व विधायक यशपाल सिंह चौहान को बुलाकर व्यापारियों ने बताया कि इस उद्योग से प्रदेश ही नहीं बल्कि देश-विदेश में हसायन की पहचान है। इत्र उद्योग में किसानों से गुलाब, गेंदा, बेला, कांस आदि फसलों की खरीद कर मजदूरों द्वारा देसी भट्टी पर उपले और लकड़ी से अर्क निकाला जाता है। यह उद्योग वर्ष में पौष, चैत्र और आषाढ़ मास में चलता है और सैकड़ों महिलाओं, पुरुषों और स्थानीय मजदूरों को रोजगार देता है। व्यापारियों ने कहा कि अगर विभाग की ओर से यह दबाव जारी रहा तो वे अपने कारखाने बंद करने के लिए मजबूर हो जाएंगे, जिससे किसानों के साथ-साथ हजारों मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे।
समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए पूर्व विधायक यशपाल सिंह चौहान ने कहा कि इत्र उद्योग पूरी तरह लघु कुटीर उद्योग है और किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं फैलाता। उन्होंने बताया कि सौ वर्ष से अधिक समय से यह उद्योग क्षेत्र में संचालित हो रहा है और आज तक किसी भी मजदूर या व्यक्ति को इससे स्वास्थ्य संबंधी हानि नहीं हुई है। इसलिए प्रदूषण विभाग का इस उद्योग पर इतना दबाव बनाना अनुचित है। चौहान ने कहा कि वे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, लखनऊ और स्थानीय अधिकारियों से बात कर इस समस्या का समाधान कराएंगे और विभाग के अनावश्यक हस्तक्षेप को रोकने की मांग करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि इत्र उद्योग बंद हुआ तो हजारों किसानों और मजदूरों की आजीविका संकट में पड़ जाएगी, इसलिए इस कुटीर उद्योग की सुरक्षा अत्यंत आवश्यक है।
बैठक में सुधीर सिंह जादौन, सुभाष यादव, संतोष यादव, हरी सिंह, लक्ष्मण सिंह, हरिओम सेंगर, बंटी सिंह, रामगोपाल गुप्ता, सोनू पाठक, अंकुर पाठक, भारती यादव, के.पी. सिंह, उपेंद्र सिंह, मनोज कुमार जादौन और पूर्व चेयरमैन गिरीश चंद्र शर्मा सहित कई इत्र कारोबारी मौजूद रहे।














