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हाथरस 16 नवंबर । शहर के रामलीला मैदान में आयोजित 135वीं वार्षिक कंस वध एवं श्रीकृष्ण-बलराम लीला कार्यक्रम में आज उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा एवं नगर विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री अरविंद कुमार शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। लगभग तीन घंटे तक हाथरस में रुककर उन्होंने न केवल आयोजन की सांस्कृतिक गरिमा को सराहा, बल्कि हाथरस के समग्र विकास हेतु अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई। वे हाथरस रोट समिति की संरक्षक, सुप्रीम कोर्ट की प्रख्यात अधिवक्ता एवं हाथरस की बहू पौलोमी पावनी शुक्ला के विशेष निमंत्रण पर कार्यक्रम में पहुंचे। आगमन पर स्थानीय अनाथालय मातृछाया के बच्चों ने उनका स्वागत किया। इसी दौरान पौलोमी पावनी शुक्ला द्वारा अनाथ बच्चों पर लिखी पुस्तक “Weakest on Earth – Orphans of India” कैबिनेट मंत्री को भेंट की गई। उन्होंने मंत्री ऐके शर्मा को हाथरस की सांस्कृतिक परंपराओं, यहाँ के जन-समर्थन तथा ब्रज की गौरवशाली विरासत से भी अवगत कराया। यह विराट आयोजन हाथरस के ही बेटे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एवं भारत सरकार की भारतीय खाद्य निगम के महाप्रबंधक प्रशांत शर्मा के उस संकल्प का हिस्सा है जिसके अंतर्गत वे हाथरस और ब्रज की सांस्कृतिक धरोहर, परंपराओं और उत्सवों की पुरानी भव्यता को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें हाथरस सांसद अनूप प्रधान वाल्मीकि, विधायक अंजुला माहौर एवं वीरेंद्र सिंह राणा, जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय, भाजपा जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी, पूर्व विधायक मुकुल उपाध्याय, नगर पालिकाध्यक्ष श्वेता चौधरी, पूर्व सांसद राजेश दिवाकर, ब्लॉक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय सहित अनेक जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और नागरिक शामिल थे। अतिथियों का स्वागत आयोजक आईएएस प्रशांत शर्मा, उनकी पत्नी सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता पौलोमी पाविनी शुक्ला, ब्राह्मण महासभा के पूर्व अध्यक्ष उमेश शर्मा रॉबी, वीनेश शर्मा बॉबी, अमित श्रोतिय, रेनू शर्मा, डॉ ललित पाठक, अरुण शर्मा व सम्माजसेवी प्रशांत शर्मा ने किया। अन्य कई संगठनों के पदाधिकारियों ने भी तस्वीर, फरसा, तलवार भेंट कर और बड़ा पुष्पाहार पहनाकर मंत्री का स्वागत किया।

अद्भुत और भव्य कृष्ण लीला परंपरा की प्रशंसा की

अपने संबोधन में कैबिनेट मंत्री श्री शर्मा ने 135 वर्षों से निरंतर आयोजित हो रही इस अद्भुत और भव्य कृष्ण लीला परंपरा की दिल से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हाथरस का यह सांस्कृतिक आयोजन केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि ब्रज संस्कृति की आत्मा का जीवंत स्वरूप है। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण और बलराम अपने साथियों और सेना के साथ अत्याचारी कंस का वध करने के लिए मथुरा की ओर प्रस्थान किए थे, और उसी पावन स्मृति को संजोए हुए हाथरस में यह लीला अनवरत रूप से 135 वर्षों से आयोजित की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हाथरस ब्रज क्षेत्र का अभिन्न अंग है और यहाँ की मिट्टी में राधा-कृष्ण की लीलाओं का दिव्य स्पंदन आज भी महसूस किया जा सकता है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि जैसे दाऊजी मेले को सरकारी मान्यता मिली है, उसी प्रकार इस प्राचीन कंस वध लीला को भी शासन से मान्यता दिलाकर इसे और अधिक भव्य रूप दिया जाएगा, ताकि ब्रज की यह विशिष्ट परंपरा राष्ट्रीय स्तर पर नई ऊँचाइयों को प्राप्त कर सके।

पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय की तारीफ

उन्होंने पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसी शख्सियतों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का अवतार केवल कंस के विनाश के लिए ही नहीं, बल्कि प्रेम और मधुरता के प्रचार-प्रसार के लिए हुआ।

यह रहे मौजूद

इसके साथ ही वरिष्ठ अधिवक्ता लक्ष्मीनारायण शर्मा, गोपालप्रसाद शर्मा, वीरेश श्रोतिय, जगदीश प्रसाद शर्मा, प्रेमप्रकाश शर्मा, रतीश शर्मा, राजेश शर्मा, कपिल मोहन गौड़, पीयूष शर्मा, रोहित शर्मा, अंकित शर्मा, देव वशिष्ठ, पुनीत शर्मा, पंकज शर्मा, विष्णु गौतम, तरुण पंकज, प्रदीप गोयल, प्रधान भुवेंद्र सेंगर, विष्णु गौतम, दुर्गादत्त उपाध्याय, पवन पाठक, ब्राह्मण महासभा के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण कौशिक, उद्योगपति आशीष बंसल, सत्यप्रकाश रंगीला, मोहन प्रकाश शर्मा, संजय शर्मा, डॉ. सुरेश चंद शर्मा, गिर्राज किशोर शर्मा (पूर्व चेयरमैन), अजय भारद्वाज, कपिल भारद्वाज, अनुज शर्मा, सूरज शर्मा, जय शर्मा, तरुण शर्मा, दिव्य भारद्वाज, सर्वेश शर्मा और अभिषेक सारस्वत भी उपस्थित रहे। मधुर कृष्ण लीला, आकर्षक मंचन और कृष्ण-बलराम पर पुष्पवर्षा के साथ यह भव्य आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन अतुल आंधीवाल एडवोकेट ने किया।

 

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