
सादाबाद 15 नवंबर । तहसील समाधान दिवस के बाद जिलाधिकारी अतुल वत्स ने पुलिस अधीक्षक चिरंजीवनाथ सिन्हा के साथ उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष की जिला संचालन समिति की समीक्षा बैठक की। बैठक में डीएम ने लंबित प्रकरणों के निस्तारण को निर्धारित मानकों के अनुरूप जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने विचारार्थ प्रस्तुत आवेदनों की जानकारी ली। इस पर जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि कुल 23 प्रकरणों पर चर्चा की जानी थी। समिति द्वारा शासनादेश एवं मानकों के अनुरूप सभी प्रकरणों पर विचार किया गया, जिसमें 05 मामलों को स्वीकृति, 01 प्रकरण को पुनः विचाराधीन, जबकि 17 प्रकरणों को मानक के अनुरूप न पाए जाने पर निरस्त कर दिया गया। जिलाधिकारी अतुल वत्स ने निर्देश देते हुए कहा कि इस प्रकार के संवेदनशील मामलों में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि लंबित प्रकरणों के निस्तारण में देरी से पीड़ित को न्याय मिलने में बाधा आती है और अपराधियों का मनोबल बढ़ता है, जिससे अपराधों में वृद्धि की संभावना रहती है। अतः सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि लंबित मामलों का निस्तारण शीघ्रतम समय में किया जाए तथा गंभीरता के साथ कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने जिला प्रोबेशन अधिकारी को भी निर्देशित किया कि जिन स्तरों पर प्रकरण लंबित हैं, वहां तुरंत संबंधित विभागों और अधिकारियों को पत्र जारी कर कार्यवाही को गतिशील बनाया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी, एलडीएम एवं समिति के सदस्य उपस्थित रहे।














