
नई दिल्ली 17 नवम्बर । राष्ट्रीय गोधन महासंघ द्वारा आयोजित छह दिवसीय स्वदेशी राष्ट्रीय गोधन शिखर सम्मेलन 2025 का समापन इंडिया गेट स्थित मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में सफलतापूर्वक हुआ। इस वर्ष सम्मेलन का मुख्य विषय “बायो E3 पॉलिसी के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत—पर्यावरण, अर्थव्यवस्था और रोजगार” रखा गया, जिसमें देशभर से आए विशेषज्ञों, किसानों और उद्यमियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उद्घाटन समारोह में विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, संकल्प संस्था के संस्थापक संतोष तनेजा, और सांसद बांसुरी स्वराज ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उद्घाटन के साथ ही वातावरण में स्वदेशी नवाचार और ग्रामीण विकास को लेकर उत्साह स्पष्ट दिखाई दिया। सम्मेलन के दौरान लगाए गए 600 से अधिक स्टॉलों ने दर्शकों का खास ध्यान आकर्षित किया। इन स्टॉलों में पंचगव्य आधारित उत्पाद, जैविक खेती के समाधान, हरित ऊर्जा के नए प्रयोग और पर्यावरण अनुकूल तकनीकें प्रदर्शित की गईं। इन नवाचारों को देखने के लिए भारी संख्या में किसान, वैज्ञानिक, स्टार्टअप फाउंडर और पर्यावरण विशेषज्ञ पहुंचे, जिससे यह आयोजन ज्ञान-विनिमय का बड़ा मंच बन गया।
इस मौके पर हाथरस की ऋतू अग्रवाल, जो अपने जिले में एक गौशाला का संचालन करती हैं और गाय के गोबर से विभिन्न उत्पाद बनाती हैं, ने बताया कि बायो E3 पॉलिसी ने देशभर में 20 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा किए हैं। साथ ही 22,000 से अधिक गौशालाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनकर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में अहम योगदान दे रही हैं। हाथरस की प्रतिनिधि ऋतू अग्रवाल की इस सम्मेलन में भागीदारी ने जिले का गौरव बढ़ाया।












