
हाथरस 13 नवम्बर। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव रॉय द्वारा आज जनपद के विभिन्न नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सभी इकाइयों की ओपीडी, साफ-सफाई, दवा व्यवस्था, प्रसव सुविधा एवं टीकाकरण कार्य की गहन समीक्षा की गई।
नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, रामनगर
डॉ. पूनम यादव, चिकित्साधिकारी निरीक्षण के समय उपस्थित मिलीं। कुल 30 ओपीडी पूर्ण की जा चुकी थीं, जबकि प्रतिदिन लगभग 50-55 मरीज ओपीडी में परामर्श लेते हैं एवं ई-संजीवनी पर 5-6 ओपीडी होती हैं। केन्द्र पर बी.पी., एच.बी. जैसी सामान्य जांचें नियमित रूप से की जाती हैं। आज 8 जांचें की जा चुकी थीं। साफ-सफाई व अन्य व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं।
नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जलेसर रोड
निरीक्षण के समय डॉ. गौरव वर्मा (चिकित्साधिकारी), पवन कुमार शर्मा (फार्मासिस्ट), दीक्षा (स्टाफ नर्स) एवं अन्य स्टाफ उपस्थित मिले। केन्द्र पर अब तक 22 ओपीडी की जा चुकी थीं और प्रतिदिन लगभग 55-60 मरीज इलाज कराने आते हैं। दवाइयों की एक्सपायरी जांची गई, स्थिति संतोषजनक मिली। डॉ. गौरव वर्मा को दवाइयों पर अस्पताल की मुहर लगाने के निर्देश दिए गए। स्टाफ नर्स श्रीमती दीक्षा को प्रसूताओं के प्रसव कराने और केवल आकस्मिक स्थिति में ही मरीज को उच्च केंद्र पर रेफर करने के निर्देश दिए गए। एएनएम श्रीमती सीमा द्वारा सिअलखेड़ा क्षेत्र में टीकाकरण सत्र संचालित किया जा रहा था। कुल 29 बच्चों और 2 गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण किया जाना था, जिसमें से 17 बच्चों व 2 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण हो चुका था। आशा कार्यकर्ता श्रीमती पूनम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चंचल वर्मा, रतनेश एवं लोकेश भी उपस्थित रहीं।
नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, मैंडू गेट
निरीक्षण के दौरान डॉ. ऋतु (चिकित्साधिकारी), मिलन कुमार एवं जितेश कुमार (सपोर्ट स्टाफ) उपस्थित मिले। मुख्य चिकित्साधिकारी ने पाया कि चिकित्साधिकारी एप्रन पहने बिना कार्य कर रही थीं, जिस पर उन्हें एप्रन पहनने के निर्देश दिए गए। कुल 9 ओपीडी की जा चुकी थीं, प्रतिदिन लगभग 12-15 मरीज उपचार हेतु आते हैं।
नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, रानी का नगला
निरीक्षण के दौरान डॉ. मनोज (चिकित्साधिकारी), उमा (स्टाफ नर्स), ओमप्रकाश, कमलेश सहित अन्य स्टाफ उपस्थित मिला। साफ-सफाई व समस्त व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। डॉ. मनोज द्वारा एप्रन नहीं पहने जाने पर उन्हें तत्काल एप्रन पहनने के निर्देश दिए गए। लेबर रूम की स्थिति ठीक पाई गई। जानकारी के अनुसार, इस माह अब तक 5 प्रसव हो चुके हैं, जिनमें से एक 12 नवम्बर को हुआ था। केन्द्र पर प्रतिदिन 60-70 ओपीडी संचालित होती हैं, जबकि निरीक्षण के समय तक 25 ओपीडी की जा चुकी थीं। एआरवी (Anti Rabies Vaccine) की उपलब्धता भी संतोषजनक पाई गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव रॉय ने सभी स्वास्थ्य इकाइयों के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नियमित रूप से साफ-सफाई, दवा वितरण, प्रसव सेवाओं और टीकाकरण कार्यों की निगरानी करें तथा मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।














