
लखनऊ 07 नवम्बर । लखनऊ में नवंबर के सप्ताह में ही ठंड अपना रंग दिखाने लगी है। प्रदेश में अब दिन की धूप भले ही गर्माहट दे रही हो, लेकिन रातें तेजी से सिहरन भरी होती जा रही हैं। प्रदेश के अधिकांश जिलों में तड़के सुबह कोहरे की चादर दिखने लगी है। पश्चिमोत्तर दिशा से चल रही पछुआ हवाओं ने मौसम में ठंडक घोल दी है। रात के पारे में अच्छी खासी गिरावट देखने को मिली है। शुक्रवार को पूरब से पश्चिम तक मेरठ, मुजफ्फर नगर, बरेली, लखनऊ, कानपुर, हरदोई, वाराणसी और बाराबंकी सहित प्रदेश के 10 से ज्यादा जिलों में रात का तापमान 15 डिग्री या इसके आसपास दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक का कहना है कि आने वाले दो दिनों में दिन के अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज हो सकती है। साथ ही तराई और पूर्वांचल क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक सुबह कोहरा देखने को मिलेगा। दोपहर बाद माैसम में अचानक बदलाव नजर आया था। प्रदेश में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के असर से दोपहर बाद बादलों की बादलों की आवाजाही रही। हालांकि, दोपहर तक अच्छी धूप खिली रही। दिन के तापमान में मामूली बढ़त दर्ज हुई। अगले तीन-चार दिनों में राजधानी में रात के पारे में 3 से 4 डिग्री की गिरावट के संकेत हैं। तड़के सुबह धुंध व कोहरे का असर भी दिखाई दी। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बार मानसून के दौरान अधिक वर्षा और नमी ने धूलकणों को नीचे बैठाने में मदद की। निर्माण कार्यों में कमी और यातायात में सुस्ती से भी वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है। सरकार की क्लीन एयर प्लान और स्वच्छ ईंधन नीति का असर भी दिखा। ईवी और सीएनजी बसों की संख्या बढ़ने के साथ मेट्रो और नए फ्लाईओवरों ने ट्रैफिक दबाव कम किया है।











