
सिकंदराराऊ 01 नवम्बर । तहसील समाधान दिवस में जनसुनवाई के बाद जिलाधिकारी अतुल वत्स व पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा ने नगर पालिका परिषद सिकंदराराऊ द्वारा संचालित पुराने तहसील प्रांगण स्थित अस्थायी गौशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने व्यवस्थित व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए गौवंश को तिलक लगाकर गौ-पूजन किया और गुड़-चना खिलाया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि संरक्षित गौवंश के लिए पर्याप्त चारा, स्वच्छ पेयजल, साफ-सफाई तथा सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने कहा कि बीमार, कमजोर एवं छोटे बछड़ों के लिए अलग से चारा-पानी की व्यवस्था अनिवार्य रूप से कराई जाए। अधिशासी अधिकारी को गौशाला में नियमित साफ-सफाई तथा निगरानी की जिम्मेदारी सख्ती से निभाने को कहा। साथ ही उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को सभी गौवंशों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण एवं टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी द्वारा जानकारी लेने पर उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. कैलाश चन्द्र ने बताया कि गौशाला में वर्तमान में लगभग 60 निराश्रित गौवंश संरक्षित हैं, जिनमें 08 नर व 52 मादा गौवंश शामिल हैं। देखरेख के लिए कुल 03 केयरटेकर की ड्यूटी लगाई गई है, जिनमें एक रात्रि व दो दिन में मौजूद रहते हैं। गौशाला में 03 कमरे, 02 चरही, 01 पानी का हौज एवं समरसेबल पम्प की सुविधा मौजूद है। उन्होंने बताया कि सभी गौवंशों की ईयर टैगिंग की जा चुकी है तथा घायल व कमजोर पशुओं का उपचार किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान एक नर गौवंश के पैर में फ्रैक्चर की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी ने उसे बेहतर चिकित्सा के लिए मथुरा वेटरनरी अस्पताल भेजे जाने के निर्देश दिए, ताकि उसका समुचित उपचार सुनिश्चित किया जा सके। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सिकंदराराऊ, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी सहित संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे।










