
हाथरस 31 अक्टूबर । पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा ने आज माधव प्रेक्षा गृह में आयोजित सैनिक सम्मेलन के दौरान रिक्रूट आरक्षियों से संवाद स्थापित कर उनकी प्रशिक्षण संबंधी समस्याओं और आवश्यकताओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं को पूर्ण मनोयोग, अनुशासन एवं निष्ठा के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। सम्मेलन में उपस्थित प्रत्येक रिक्रूट आरक्षी की व्यक्तिगत एवं विभागीय समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना गया और संबंधित अधिकारियों को उनके शीघ्र समाधान हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए। एसपी का यह संवाद कार्यक्रम रिक्रूट्स के मनोबल को बढ़ाने वाला साबित हुआ। एसपी सिन्हा ने रिक्रूट आरक्षियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण अवधि उनके भविष्य की मजबूत नींव है। इसी दौरान सीखे गए शारीरिक, मानसिक एवं तकनीकी कौशल जीवनभर उनकी पुलिस सेवा में मार्गदर्शक सिद्ध होंगे। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों को वर्तमान समय में कानूनी ज्ञान, अपराध अनुसंधान, साइबर सुरक्षा, मानवाधिकार, आपराधिक मनोविज्ञान, शस्त्र संचालन, ड्रिल एवं शारीरिक दक्षता जैसे महत्वपूर्ण विषयों में दक्ष होना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एक पुलिस आरक्षी ही जनता के सबसे निकट रहकर उनके साथ सीधे संपर्क में रहता है, इसलिए वही पुलिस विभाग का असली चेहरा होता है। उसका आचरण ही पुलिस की सकारात्मक या नकारात्मक छवि बनाता है। अतः व्यवहार में शालीनता, समय की पाबंदी, जिम्मेदारी और राष्ट्रहित सर्वोपरि भाव के साथ कार्य करना अत्यंत आवश्यक है। एसपी ने सभी रिक्रूट आरक्षियों को कर्तव्यों और दायित्वों के प्रति सदैव सचेत रहने, निरंतर सीखते रहने और पुलिस सेवा के आदर्श मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा दी। इस कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक हाथरस श्री अशोक कुमार, आरटीसी मेजर, आरटीसी प्रशिक्षक सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं रिक्रूट आरक्षी उपस्थित रहे।








				
				
								
								
																											
												
            
            
					
					
					
					