नई दिल्ली 23 अक्टूबर । आम लोगों के लिए हवाई यात्रा को और सुलभ बनाने की दिशा में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाया है। मंत्रालय ने उड़ान योजना को आगे बढ़ाने का फैसला किया है, जिसके तहत कई नए रूट्स पर फ्लाइट सेवाएं शुरू की जाएंगी। इस योजना का उद्देश्य छोटे शहरों और कस्बों को हवाई नेटवर्क से जोड़ना है, ताकि आम नागरिक भी सस्ती दरों पर हवाई सफर का लाभ उठा सकें। जानकारी के अनुसार, उड़ान स्कीम अप्रैल 2027 के बाद भी जारी रहेगी। नए ढांचे के तहत देश के पहाड़ी इलाकों, पूर्वोत्तर राज्यों और एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स को हवाई नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। इसके लिए करीब 120 नए डेस्टिनेशन जोड़ने की तैयारी है, जिससे देश के दूरदराज इलाकों के लोग भी सस्ती और सुविधाजनक हवाई यात्रा का लाभ उठा सकेंगे। मंत्रालय ने बताया कि इस पहल से पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी बढ़ेंगे। हाल ही में उड़ान 5.5 के तहत 150 नए रूट्स के लिए लेटर्स ऑफ इंटेंट जारी किए गए हैं। इन रूट्स के माध्यम से देश के 30 वॉटर एयरोड्रोम्स को भी जोड़ा जाएगा, जिसमें तटीय और द्वीपीय क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है। अगस्त 2024 में सीप्लेन ऑपरेशंस के लिए दिशा-निर्देश जारी होने के बाद यह पहली बार है कि भारत में सीप्लेन सेवाओं को संस्थागत स्तर पर बढ़ावा दिया जा रहा है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, उड़ान योजना ने नौ वर्षों में 3,23,000 उड़ानों के माध्यम से 1 करोड़ 56 लाख से अधिक यात्रियों को सुविधा प्रदान की है। राष्ट्रीय नागर विमानन नीति के अंतर्गत 21 अक्टूबर 2016 को शुरू हुई इस योजना ने आम नागरिक के लिए हवाई यात्रा को किफायती और सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मंत्रालय ने कहा कि उड़ान केवल एक योजना नहीं है, बल्कि यह हवाई यात्रा को समावेशी, टिकाऊ और विकास की दिशा में एक अभिन्न हिस्सा बनाने की भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।