हाथरस 22 अक्टूबर । महिलाओं ने घर के आंगन में गाय के गोबर से बनाई गोवर्धन महाराज की सुंदर आकृतियों की विधान पूर्वक पूजा-अर्चना करने के साथ भगवान श्रीकृष्ण और इंद्रदेव से परिवार में सुख और समृद्धि के की कामनाएं की। शहर की श्रीकृष्ण गोशाला में गोवर्धन पूजा पर करीब पांच हजार लोगों के लिए प्रसादी तैयार की गई। इसके लिए 21 अक्तूबर की सुबह से ही गोशाला में तैयारियां शुरू हो गईं थीं। बड़ी मात्रा में मालपुआ और पंचमेल की सब्जी तैयार कराई गई। वहीं शहर के अलीगढ़ रोड स्थित नवग्रह मंदिर में भी गोवर्धन बनाये गए। इस दौरान भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। गोवर्धन पूजन से पहले महिलाओं ने घरों के आंगन और द्वार पर गोवर्धन महाराज की गाय के गोबर से मनोहारी आकृतियां बनाई। उसके बाद खील-खिलौने, बताशों और मिष्ठान से भोग लगाकर विधान पूर्वक पूजन कर दीप मालाए जलाई। शाम को अन्नूकूट एवं मिष्ठान से गोवर्धन महाराज की भोग लगाकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। शहर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु ट्रेन, बस व निजी वाहनों से मथुरा के प्रसिद्ध तीर्थ गोवर्धन की परिक्रमा एवं दर्शन करने गए।
अन्नकूट में विभिन्न प्रकार की ताज़ी सब्जियों और अनाजों से बने व्यंजन भगवान को भोग लगाए गए। इसे बाद में भक्तों के बीच प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। यह सामूहिक आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रदर्शन रहा, बल्कि सामाजिक समरसता और एकजुटता का भी प्रतीक बना रहा। दीपावली के तीसरे दिन जिलेभर में स्याऊ पूजन किया गया। सूर्योदय से पूर्व होने वाली इस पूजा-अर्चना में नव विवाहित महिलाओं को बुजुर्ग महिलाओं से स्याऊ की कहानी सुनी। उसके बाद मिष्ठान, खील-बताशे, धूप-दीप, जल अर्पित किया। पूजा-अर्चना के दौरान महिलाओं ने परिवार में सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान महिलाओं ने पारंपरिक मंगल गीत गाए। कस्बा क्षेत्र की महिलाओं ने घर आंगन में गोवर्धन महाराज की आकर्षक आकृतियां बना कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और मंगल गीत गाए। महिलाओं ने घरों में विधि-विधान पूर्वक गोवर्धन बनाने में उत्साह दिखाई दिया।