हाथरस 15 अक्टूबर । इगलास क्षेत्र के गांव बढ़ाकलां में आज कथित फर्जी मुठभेड़ और दो युवकों को जेल भेजे जाने के विरोध में महापंचायत हुई। पंचायत में ग्रामीणों के साथ भाकियू (टिकैत गुट, चरन सिंह गुट, भानु गुट, अराजनैतिक गुट, हरपाल गुट), सपा, रालोद, जाट महासभा और जाट सभा आदि संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए। पंचायत में पुलिस प्रशासन के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई गई। वक्ताओं ने कहा कि निर्दोष युवकों को फर्जी मुठभेड़ में फंसाया गया है। मांग की कि पुलिस दोनों युवकों के खिलाफ दर्ज मुकदमे तत्काल वापस ले, और दिवाली से पहले उन्हें जेल से रिहा किया जाए। दोषी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया जाए। खाद व्यापारी द्वारा दर्ज झूठी रिपोर्ट पर कार्रवाई हो और उसका लाइसेंस निरस्त किया जाए। डीएपी के लिए दिए तीन लाख रुपये की खाद उपलब्ध कराई जाए। ग्रामीणों ने मौके पर हाथरस के डीएम व एसपी को बुलाने की मांग की। स्थिति बिगड़ने की आशंका पर प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत किया। भरोसा दिया कि पंचायत की मांगों पर कार्रवाई की जाएगी। पंचायत में प्रमुख रूप से रालोद जिलाध्यक्ष चौ. हम्बीर सिंह, पूर्व विधायक प्रताप चौधरी, पूर्व विधायक डा. अनिल चौधरी, पूर्व सांसद व सपा नेता बिजेंद्र सिंह, भाकियू अराजनैतिक के मंडल महासचिव उदयवीर सिंह पहलवान, टिकैत गुट के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा, चरन सिंह गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. हरपाल सिंह आदि मौजूद रहे। संचालन नरेंद्र सिंह ने किया। इस दौरान अपर जिलाधिकारी डा बसंत अग्रवाल, अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार, एसडीएम हाथरस सदर राजबहादुर, सीओ सदर योगेंद्र कृष्ण नारायण समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
सीओ सदर योगेंद्र कृष्ण नारायण ने बताया कि इस प्रकरण में व्यापारी द्वारा अज्ञात में एफआईआर दर्ज कराई जाती है। पुलिस कर्मी जब जांच को व्यापारी के घर जाते हैं, तब भी वह पुलिस कर्मियों को नहीं बताते कि उनका लेनदेन का मामला है। इस दौरान सामाजिक और राजनीतिक दबाव और पुलिस का घेराव भी किया जाता है कि व्यापारी से सरेआम लूट होती है, महिलाओं-बच्चों से अभद्रता होती है।