हाथरस 09 अक्टूबर । दून पब्लिक स्कूल में ब्रिटिश काउंसिल की ‘रीड्स परियोजना’ के अंतर्गत ‘ब्रश एंड बियोंड’ गतिविधि पर भारत और नाइजीरिया के बीच एक रोमांचक अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल मीट का आयोजन किया गया। इस सत्र में दोनों देशों के विद्यार्थियों ने अपनी कला, संस्कृति और रचनात्मकता का अद्भुत प्रदर्शन किया। परियोजना के अंतर्गत चार देशों की प्रसिद्ध कलाओं — भारत की मधुबनी आर्ट, जापान की वुडन ब्लॉक आर्ट, यूएई की हिना आर्ट और नाइजीरिया की फेस मास्क आर्ट का अन्वेषण किया गया। विद्यालय सभागार में वैश्विक संस्कृति के रंग बिखरे। दून पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक इन कलाओं का प्रदर्शन किया, वहीं नाइजीरिया के भारतीया स्कूल के विद्यार्थियों ने फेस मास्क आर्ट प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। उन्होंने एक आकर्षक वीडियो भी साझा किया, जिसे दून के विद्यार्थियों ने रुचि से देखा। कार्यक्रम में आयोजित क्विज प्रतियोगिता में नाइजीरियाई विद्यार्थियों ने अपनी समझ और ज्ञान का परिचय दिया। दोनों देशों के विद्यार्थियों के बीच हुए प्रश्नोत्तर सत्र में दून के बच्चों ने नाइजीरिया के छात्रों से उनकी पसंदीदा कला के बारे में पूछा, जिस पर उन्होंने हिना आर्ट को सर्वाधिक पसंद बताया, जबकि दून के विद्यार्थियों को फेस मास्क आर्ट अत्यंत रोचक लगी। विद्यालय के प्रधानाचार्य जे.के. अग्रवाल ने कहा कि आज का सत्र सीखने और जुड़ने का अवसर रहा। इसने बच्चों को विभिन्न देशों की कला से परिचित कराया और यह सिखाया कि सृजनात्मकता की कोई सीमाएं नहीं होतीं।
इस अवसर पर नाइजीरिया से भारतीया स्कूल की कोऑर्डिनेटर मिस सबिना मंसूर उपस्थित रहीं। परियोजना की प्रभारी रीटा शर्मा, कोऑर्डिनेटर नम्रता अग्रवाल, शिक्षिकाएँ मेदिनी कौशिक एवं नेहा जायसवाल, तकनीकी सहायक रितिक अग्रवाल और डिजिटल सहायक कपिल कुमार का योगदान सराहनीय रहा। कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले विद्यार्थियों में आराध्या शर्मा, दिव्यांशी अग्रवाल, गौरी लवानिया, माधवी अग्रवाल, शिवांग अरोरा, सुब्रत अग्निहोत्री, यशवी वर्मा, अंशिका वार्ष्णेय, अर्जुन पचौरी, लोकेंद्र उपाध्याय, राधिका शर्मा, तृप्ति गुप्ता, उमंग वशिष्ठ, यथार्थ जैन, आरव सक्सेना, शिवांग बंसल, काव्या गुप्ता, किंसुक सिंह, हर्षित उपाध्याय, ओजस्व वार्ष्णेय, लावण्या, प्रतिष्ठा, प्रिया, समर्थ चौहान, पुलकित गुप्ता, प्रियांशी, शानवी, रोशनी, प्रज्ञा सिंह, दीक्षा, तन्वी जैन, नैना, इशू सिंह, रूही अग्रवाल, प्रियांशी शर्मा, आस्था, अवनी, रिदम भोला और समृद्धि परमार शामिल रहे। यह परियोजना विद्यार्थियों के लिए खुशी, रचनात्मकता और वैश्विक एकता का संदेश लेकर आई।