हाथरस 07 अक्टूबर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में प्रदेश के प्रत्येक जनपद में “यू.पी. इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 स्वदेशी मेला” का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में हाथरस जनपद में यह भव्य मेला 9 से 18 अक्टूबर 2025 तक शहर के आगरा रोड स्थित श्री रामेश्वर दास (आर.डी.) कन्या महाविद्यालय में आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन प्रदेश सरकार की ‘स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहन देने’ की नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार, हस्तशिल्प और परंपरागत कला को नया आयाम मिल सके।
ग्रेटर नोएडा ट्रेड शो की तर्ज पर अब जिले-जिले तक पहुँचेगा ‘मेक इन यूपी’ अभियान
उत्तर प्रदेश व्यापार प्रोत्साहन प्राधिकरण कानपुर के आयुक्त एवं निदेशक उद्योग द्वारा जारी पत्र के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि ग्रेटर नोएडा में आयोजित यू.पी. इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 की तर्ज पर प्रदेश के सभी जनपदों में स्वदेशी मेले का आयोजन किया जाए। इस आयोजन का उद्देश्य स्थानीय हस्तशिल्पियों, कारीगरों और उद्यमियों को अपने उत्पादों के प्रदर्शन, विपणन और बिक्री का अवसर उपलब्ध कराना है, ताकि दीपावली के महापर्व पर आमजन को स्वदेशी वस्तुओं की खरीददारी के लिए प्रेरित किया जा सके।
स्वयं सहायता समूहों से लेकर सरकारी विभागों तक को मिलेगा अवसर
मुख्य विकास अधिकारी पी.एन. दीक्षित ने बताया कि मेले में जिले के विभिन्न विभागों, स्वंय सहायता समूहों, वित्तपोषित इकाइयों एवं अन्य उत्पादकों को नि:शुल्क स्टॉल उपलब्ध कराए जाएंगे। इन स्टॉलों पर जनता को राज्य सरकार की जन-उपयोगी योजनाओं, स्वरोजगार कार्यक्रमों, और स्थानीय उत्पादों की जानकारी एक ही स्थान पर प्राप्त होगी। इससे एक ओर जहां स्थानीय उत्पादों का विपणन बढ़ेगा, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण उद्यमों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजेगा मेला प्रांगण
सीडीओ ने कहा कि मेले को उल्लासपूर्ण और रोचक बनाने के लिए संस्कृति विभाग एवं युवा कल्याण विभाग के सहयोग से सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियाँ होंगी, जिनके माध्यम से प्रदेश की लोक-संस्कृति, नृत्य, संगीत और कला परंपरा का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।
कुल 40 स्टॉलों में दिखेगी हाथरस की हुनरमंद पहचान
मेले में कुल 40 स्टॉल आवंटित किए गए हैं, जिनमें जिले के शिल्प, हस्तनिर्मित वस्तुएँ, स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद, कौशल विकास से जुड़ी सामग्री और विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। यहाँ हाथरस के स्थानीय उत्पादों, जैसे मिट्टी के बर्तन, वस्त्र, हस्तनिर्मित गहने, खाद्य प्रसंस्कृत वस्तुएँ और पर्यावरण अनुकूल उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जो स्थानीय कारीगरों की मेहनत और सृजनशीलता का परिचय देंगी। स्वदेशी मेले में विभागवार स्टॉलों का आवंटन किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी विभागों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने उत्पादों, योजनाओं और नवाचारों को आकर्षक ढंग से प्रदर्शित करें तथा मेले में जनसहभागिता को अधिकतम बनाएं।
मेला बनेगा आत्मनिर्भर भारत की प्रेरणा का केंद्र
सीडीओ ने कहा कि यह मेला केवल एक व्यापारिक आयोजन नहीं, बल्कि ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को साकार करने वाला महोत्सव है। स्वदेशी उत्पादों के माध्यम से स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहन मिलेगा और छोटे-छोटे उद्योगों के लिए बाजार के नए अवसर खुलेंगे। मेले से संबंधित समन्वय एवं जानकारी हेतु उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा औद्योगिक विकास केंद्र, हाथरस से संपर्क किया जा सकता है।