सिकंदराराऊ 21 सितंबर । नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अधिवेशन में मित्रेश चतुर्वेदी को अगले तीन वर्षों के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से चुना गया। अधिवेशन में देश भर से आए पदाधिकारी और प्रतिनिधियों ने उनके समर्थन में जोरदार करतल ध्वनि से स्वागत किया। अधिवेशन का संचालन राष्ट्रीय महासचिव प्रो. शिव उपाध्याय ने किया। प्रस्ताव मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष प्रवेश मिश्रा ने अनुमोदित किया और अन्य पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने समर्थन किया। बैठक में देश के कई राज्यों से प्रतिनिधि शामिल हुए। इस अवसर पर ब्राह्मण समाज की मांगों पर आधारित आठ सूत्रीय प्रस्ताव पारित किया गया, जिसकी कॉपी शीघ्र ही राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेजी जाएगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी ने कहा कि ब्राह्मण समाज हमेशा से सनातन धर्म का संरक्षक रहा है और समाज पर हो रहे अत्याचारों का सामना करने के लिए सभी प्रकार के भेद मिटाकर एकजुट होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आरक्षण और एससी एक्ट जैसी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए आंदोलन की संभावना भी बनी रहेगी। साथ ही, सदस्यता अभियान के तहत प्रत्येक जिले में कम से कम 500 लोगों को संगठन से जोड़ा जाएगा। वर्तमान में राष्ट्रीय विप्र एकता मंच देश के 19 राज्यों में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। इस अवसर पर बधाई देने वालों में पूर्व सभासद चेतन शर्मा, धीरज उपाध्याय, पुनीत गॉड, मोहित उपाध्याय, आकाश दीक्षित, रिंकू शर्मा, गौरव भारद्वाज, तरुण चतुर्वेदी, श्रीकांत शर्मा, राजीव चतुर्वेदी, विकास परीक, रविकांत शर्मा, सुमित पचौरी आदि शामिल थे।