हाथरस 12 सितंबर । मेला श्री दाऊजी महाराज के अवसर पर भव्य शिक्षक सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में सदर विधायक अंजुला माहौर, ब्लॉक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय और नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता चौधरी ने संयुक्त रूप से किया। सम्मेलन में शिक्षकों ने टीईटी परीक्षा की अनिवार्यता का कड़ा विरोध किया। संगठन के संयोजक सुरेश कुमार शर्मा ने कहा कि किसी भी शिक्षक या कार्मिक की नियुक्ति उसकी शैक्षणिक योग्यता और अहर्ता के आधार पर होती है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा टीईटी परीक्षा को अनिवार्य करने का आदेश गलत है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने जबरन शिक्षकों पर टीईटी थोपने का प्रयास किया तो संगठन के लाखों लोग सड़कों पर उतरने को विवश होंगे। इस मौके पर सदर विधायक अंजुला माहौर ने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि यह समस्या गंभीर है और नियुक्ति के बीच में टीईटी को स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को उच्च स्तर तक पहुंचाया जाएगा। कार्यक्रम की संरक्षक के रूप में उपस्थित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वाति भारती ने राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त शिक्षिकाओं नीलम और सतना को सम्मानित किया।
सम्मेलन में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक हरस्वरूप शर्मा, सुभाष चंद्र शर्मा, सेवानिवृत्त खंड शिक्षा अधिकारी सुरेश चंद्र शर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी शशिबाला, जिला महामंत्री विजयवीर सिंह, कोषाध्यक्ष यतेन्द्र पाठक, योगेंद्र शर्मा, संतोष शर्मा, शशि कुलश्रेष्ठ, अरुण शर्मा, वीरेंद्र सिंह, कन्हैया लाल, नरेश मीना, गौरव पचौरी, कुलदीप चौधरी, प्रवीन समणी, भगवान दास यादव, गवेन्द्र, चंद्र मोहन राणा, कल्पना राणा, सीता, पूनम वसिष्ठ, शालिनी शर्मा, प्रियंका महेश्वरी, शिल्पी गौड़, राघवेंद्र गुप्ता, अमित शर्मा, जितेंद्र कौशल समेत सैकड़ों शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।