
हाथरस 10 सितंबर । चंदपा कोतवाली क्षेत्र के गांव अर्जुनपुर में दलित पशु मित्र विनय कुमार की मंगलवार शाम चाकू मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद पूरे गांव में तनावपूर्ण माहौल बन गया। विनय कुमार को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हत्या के पीछे पुराने विवाद को कारण बताया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद जब शव गांव पहुंचा, तो परिजन, ग्रामीण और समर्थक बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए। भीम आर्मी और बहुजन समाज पार्टी के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे। परिवार ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और मृतक आश्रित को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की, साथ ही शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया।
पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की
वहीं घटना की जानकारी पाकर आसपास के गांवों से समाज के लोग थाने पर पहुंच गए और आगरा-अलीगढ़ हाईवे को जाम कर दिया। पुलिस ने ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया था। वहीं आरोपियों के घरों पर भी भीड़ ने पथराव कर दिया था। एएसपी अशोक कुमार पुलिस बल के साथ थाना चंदपा पर पहुंचे और भीड़ को समझा-बुझाकर शांत किया। जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा देकर जाम खुलवाया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की और पथराव हुआ। कुछ लोगों ने ईंट-पत्थर फेंककर पुलिस कर्मियों पर हमला किया। इस हमले में एसओ सादाबाद योगेश कुमार और एक दरोगा घायल हुए। चार थानों की पुलिस, सीओ सिटी, एडीएम बसंत अग्रवाल और एसडीएम सदर सहित अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हंगामा कर रहे कुछ लोगों को खदेड़ दिया और सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दो आरोपियों राजेश और शिवकुमार उर्फ़ गब्बर को गिरफ्तार किया गया।

हृदय घात व अधिक खून बहने से हुई मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट हुई है कि पशुमित्र की मौत हृदय घात व अधिक खून बहने से हुई है। उनके भाई लीतेश ने जो पुलिस को बताया है उसके अनुसार, शाम को करीब छह बजे विनय अपने घर से करीब 100 मीटर की दूरी पर बने एक घेर में पशुओं को देखने के लिए गए थे, वहां पहले से ही गांव के गब्बर उर्फ शिव, राजेश और उनके तीन साथी घात लगाकर बैठे थे। उन्होंने विनय को अकेला पाकर दबोच लिया और इसके बाद चाकू से वार किए। चाकू उनके दिल में जाकर लगा, जिससे उनकी मौत हो गई।
पुलिस की निगरानी में पशुमित्र के शव का अंतिम संस्कार
यहां पर एडीएम व एसडीएम ने लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को सावधान किया कि अगर किसी भी प्रकार का उपद्रव किया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा। जिसके बाद गुस्साए लोग शांत हो गए और फिर अंतिम संस्कार की तैयारी पूरी की गई। करीब 11 बजे पुलिस की निगरानी में पशुमित्र के शव का अंतिम संस्कार किया जा सका। यहां पर एएसपी अशोक कुमार सिंह, एडीएम, एसडीएम, सीओ सिकंदराराऊ, सीओ सादाबाद और सभी थानों के प्रभारी पुलिस बल के साथ तैनात नजर आए। परिवार अब भी बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी और मृतक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग पर अड़े हुए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पीएससी और चार थानों की पुलिस लगातार गश्त कर रही है।













