हाथरस 07 सितंबर । सावन कृपाल रूहानी मिशन की शाखा कृपाल आश्रम, गौशाला मार्ग पर रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग में दयाल पुरुष संत दर्शन सिंह जी महाराज तथा मिशन के प्रमुख एवं विश्व आध्यात्मिक सतगुरु संत राजिंदर सिंह जी महाराज ने ऑडियो–वीडियो माध्यम से संगत को संबोधित किया।संत दर्शन सिंह जी महाराज ने संत कबीर साहिब जी की पवित्र वाणी “हंसों का एक देश है, वहाँ न जाए कोइ…” के माध्यम से समझाया कि एक ऐसी आध्यात्मिक दुनिया है, जहाँ केवल पराविद्या अर्थात अंतर की शक्ति से ही पहुँचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब हम किसी पूर्ण सतगुरु की शरण में जाते हैं और उनके बताए मार्ग पर चलते हैं, तभी आत्मा को रूहानी अमृत कुंड का अनुभव होता है और जीवन का वास्तविक ध्येय — अपने आप को जानना और परमेश्वर को पाना — पूरा होता है।
महाराज जी ने आगे कहा कि हमारा असली स्वरूप शरीर या मन नहीं बल्कि आत्मा है, और आत्मा प्रभु का ही अंश है। परमात्मा की शक्ति से ही संपूर्ण सृष्टि की रचना हुई है, जिसके दो स्वरूप — ज्योति और श्रुति — हैं। उन्होंने कहा कि मनुष्य अपने जीवनकाल में ही प्रभु के इन स्वरूपों का अनुभव कर सकता है। कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों के लिए बाल सत्संग भी आयोजित हुआ, जिसमें उन्हें सच्चाई, नेकी, प्रेम, पवित्रता और अहिंसा से परिपूर्ण जीवन जीने की शिक्षा दी गई। साथ ही आश्रम में नि:शुल्क एलोपैथिक और होम्योपैथिक डिस्पेंसरी लगाई गई, जिसमें जरूरतमंदों की मधुमेह और रक्तचाप की जाँच की गई तथा मरीजों को निःशुल्क दवाइयाँ वितरित की गईं। सत्संग के उपरांत सभी संगतजनों के लिए अटूट लंगर प्रसादी का भी वितरण किया गया।