हाथरस 03 सितंबर । श्री दाऊजी महाराज के 114वें मेले में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन 3 सितम्बर से 12 सितम्बर 2025 तक किया जा रहा है। इस शिविर का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश श्री विनय कुमार द्वारा फीता काटकर, मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। जनपद न्यायाधीश ने शिविर के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य आमजन को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की जानकारी उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण की मंशा है कि कोई भी व्यक्ति धन या जानकारी के अभाव में न्याय से वंचित न रहे। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गरीब एवं पात्र व्यक्तियों को निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराता है, जिसमें वादी-प्रतिवादी को किसी प्रकार की अधिवक्ता फीस नहीं देनी होती। साथ ही, लोक अदालतों के माध्यम से जनता को सस्ता एवं सुलभ न्याय दिलाया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि दाऊजी महाराज मेले में शिविर आयोजित करने का उद्देश्य दूर-दराज़ से आने वाले लोगों तक पम्पलेट्स, पराविधिक स्वयंसेवकों एवं अधिवक्ताओं के माध्यम से विधिक जानकारी पहुंचाना है, जिससे प्रत्येक व्यक्ति जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से लाभान्वित हो सके।
मध्यस्थता अभियान और लोक अदालत की जानकारी
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस के अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव प्रशान्त कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा 1 जुलाई से 30 सितम्बर 2025 तक राष्ट्रव्यापी मध्यस्थता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत न्यायालय में लंबित मामलों का निस्तारण दोनों पक्षों की सहमति से मध्यस्थों के माध्यम से कराया जा रहा है, जिससे न केवल विवाद का शीघ्र समाधान होता है, बल्कि पक्षों के बीच आपसी कटुता भी समाप्त होती है। उन्होंने बताया कि आगामी 13 सितम्बर 2025 को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पक्षकारों की सहमति से वादों का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर किया जाएगा। जो भी व्यक्ति अपने वाद का निस्तारण कराना चाहते हैं, वे संबंधित न्यायालय में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं।
इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय रविन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक, हाथरस चिरंजीवनाथ सिन्हा, अध्यक्ष, स्थायी लोक अदालत राकेश कुमार, अपर जनपद न्यायाधीश महेन्द्र श्रीवास्तव, संगीता शर्मा, चित्रा शर्मा, हर्ष अग्रवाल, निर्भय नारायण राय, शैलेन्द्र कुमार सिंह, विजय कुमार, माधवी सिंह, महेन्द्र रावत, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जयहिन्द कुमार सिंह, सिविल जज (व.प्र.) आकांक्षा गर्ग, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दीपकनाथ सरस्वती, सिविल जज (व.प्र.), एफ.टी.सी. अनु चैधरी, सिविल जज (क.प्र.) श्रुति त्रिपाठी, सिविल जज (क.प्र.), एफ.टी.सी. हर्षिका रस्तोगी एवं खुशबू चन्द्रा सहित जनपद न्यायालय के समस्त कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।