जल शक्ति अभियान ‘कैच द रेन’ की समीक्षा बैठक में सीडीओ ने दिए कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश

हाथरस 25 अगस्त । जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे जल शक्ति अभियान—‘कैच द रेन’ के अंतर्गत विभागों द्वारा कराए जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा हेतु मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सहायक अभियंता ल0सिं0 दीपक कुमार ने विभागवार कार्ययोजना और प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
मुख्य अंश इस प्रकार हैं
- लघु सिंचाई विभाग : 45 रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रोजेक्ट्स में से 37 कार्य पूर्ण हो चुके हैं, शेष 8 साइटों पर अनुबंध के बाद कार्य प्रारंभ हो गया है। 15 जुलाई तक शेष कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
- वन विभाग : 500 पौधारोपण पूरा हो चुका है, 500 ट्री गार्ड भी स्थापित किए गए हैं। विभागीय भवन में रूफटॉप हार्वेस्टिंग अधूरी है, बजट मिलने पर शीघ्र पूर्ण होगा।
- एमजी पॉलीटैक्निक : 400 पौधे लगाए गए, छात्रों के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता जारी है। भूजल संरक्षण पर जागरूकता बढ़ाने हेतु भविष्य में और कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश।
- भूगर्भ जल विभाग : 5 पीजोमीटर की स्थापना के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है, अनुबंध पूर्ण होने पर कार्य शुरू होगा।
- जिला उद्यान विभाग : ड्रिप सिंचाई पद्धति के कार्य सफलतापूर्वक पूरे किए गए, जल संवर्धन जारी रखने के निर्देश।
- भूमि संरक्षण विभाग : तालाब खुदाई कार्य मुरसान विकासखंड में प्रारंभ हो गया है, हसायन में कार्य अपूर्ण है जिसे शीघ्र पूरा करने का आश्वासन।
- जल निगम ग्रामीण : 77 कार्यों में विलंब की जानकारी, कंपनियों के साथ समन्वय कर शीघ्र कार्य पूर्ण करने के निर्देश।
- नगर पंचायत सहपऊ/मुरसान : कम्पोस्ट पिट कार्य पूर्ण, गौशाला कार्य धनराशि अभाव में रुका, धनराशि मिलने पर शीघ्र पूरा करने हेतु कहा गया।
- नगर पंचायत सादाबाद/सासनी : सरकारी भवनों में सोखपिट निर्माण हेतु योजना तैयार, धनराशि मिलने पर शीघ्र कार्य पूर्ण करने के निर्देश।
- गैर सरकारी संगठन : रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग के 30 कार्य पूर्ण, 40 कार्य प्रगति पर, शेष 20 कार्य शीघ्र पूरा किए जाएंगे।
- खंड विकास अधिकारी : 7 विकासखंडों में से केवल सासनी की कार्ययोजना प्रस्तुत की गई, शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश।
मुख्य विकास अधिकारी ने वर्षा जल संचयन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि वर्षा जल की एक-एक बूंद का संचयन भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है, जिससे जनपद की खारे पानी की समस्या में कमी लाई जा सके। सभी संबंधित विभागों को शेष कार्य शीघ्र पूरा करने तथा समय-समय पर प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। बैठक के अंत में सभी विभागों एवं सहयोगियों को इस अभियान में उनके योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया।