हाथरस 10 अगस्त । कोतवाली सदर इलाके के मोहल्ला भूरापीर गली नंबर तीन निवासी मनोज कुमार जैन पुत्र कैलाश नाथ जैन एक सेवानिवृत्त वृद्ध व्यक्ति हैं। उन्होंने अपने जीवन काल में रिलायंस बीमा से तीन पॉलिसी, कोटक मन्हिद्रा बीमा कम्पनी से दो पॉलिसी और बिरला सनलाईफ से दो पॉलिसी कराई थीं। अगस्त 2023 में जीवन बीमा सेटिलमेट कम्पनी हैदराबाद से एक व्यक्ति ने मनोज कुमार जैन के मोबाइल नंबर पर फोन किया और उसने अपने आपको कम्पनी का सीईओ और फाउण्डर बताया। कहने लगा कि अब तक आपने बीमा कम्पनियों में 18 लाख रूपये लगभग जमा किये हैं, वह हम आपको वापिस करा देंगे, जिसके लिये आपको कुछ फीस जमा करानी होगी, जो बाद में वापिस हो जायेगी। इसके बाद प्रिया सिंह नाम से कस्टमर रिलेशन ऑफीसर का फोन वृद्ध के फोन पर आया। उसके कहने पर वृद्ध ने रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में 15500 रुपए पंजाब नेशनल बैंक के खाते से ट्रांसफर किये।
ऐसे शुरू हुआ साइबर ठगी का सिलसिला
16 अक्टूबर 2023 को वेरीफिकेशन के नाम पर 37415 रुपए खाते में जमा करा, 19 अक्टूबर 2023 को वृद्ध को पॉलिसी फण्ड 1959780 रुपए का बताते हुए हैंडलिंग चार्जेज 89000 रुपए की मांग की गई। खाते से आरटीजीएस कर दिये। इसके बाद 21 अक्टूबर 2023 को 49000 रूपए पॉलिसी प्रीमियम जमा करने के लिए कहा, 07 नवंबर 2023 को 127073 रुपए की डिमाण्ड की गई। 72073 रुपए मानवी विपिन भाई नाम के खाते में, 55000 रुपए शैलेष नाम के खाते में अलग-अलग जमा किए। फिर 20 नवंबर 2023 को 41000/ रुपए कैलाश के खाते में, 21 नंवबर को 43073 रुपए शैलेश के खाते में, 43000/- रुपए कैलाश के खाते में जमा किए। इसी प्रकार 11 दिसंबर 2023 को 67073, 60000, 127073, 154000, 97999, 162000, 127000 रुपए बताए गए बैंक अकाउंट में जमा कराए गए। इसी तरह से अलग-अलग तिथियों में 46 लाख रुपए वृद्ध से पॉलीसी सेटलमेंट के नाम पर साइबर ठगों से ठग लिए।
साइबर ठगों ने फोन कर लिए बंद
46 लाख रुपए की ठगी करने वाले साइबर ठगों ने फिर से 523000 रुपए की और मांग की गई। दूसरे नए नंबर से फोन आने लगा। फोन करने वाला जल से जल्द खाते में रुपए जमा करने की बात कहने लगा। जिस पर वृद्ध को शक हुआ और फिर उनकी समझ में पूरा मामला आ गया। साइबर ठगों के शिकार वृद्ध अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे।
साइबर थाना पुलिस कर रही मामले की जांच
वृद्ध की शिकायत के आधार पर साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। साइबर थाना पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।