सिकंदराराऊ (हसायन) 04 अगस्त । कोतवाली क्षेत्र के जलेसर-सिकंदराराऊ मार्ग स्थित गांव नगला मधुकर में रविवार शाम उस समय सनसनी फैल गई, जब गांव के बच्चों ने एक खेत में ढेंचा की फसल के बीच छिपकर बैठे एक संदिग्ध व्यक्ति को देखा। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने फौरन उसे पकड़ लिया और गांव में ले आए। घटना उस समय की है जब गांव के बच्चे खेत के पास खेल रहे थे और कुछ पशु चरा रहे थे। तभी उन्होंने ढेंचा की फसल में कुछ हलचल देखी और शोर मचा दिया। शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने एक व्यक्ति को संदिग्ध अवस्था में फसल के बीच बैठा पाया और पकड़कर गांव ले आए। ग्रामीणों ने तत्काल जरेरा पुलिस चौकी व डायल 112 को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस जैसे ही संदिग्ध को चौकी ले जाने लगी, ग्रामीणों और पुलिस के बीच नौकझौंक शुरू हो गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शनिवार रात पकड़ी गई एक लावारिस चारपहिया गाड़ी को पुलिस ने सांठगांठ कर चुपचाप छोड़ दिया था, जिससे पुलिस पर विश्वास नहीं रह गया। घटना के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर सख्त नाराजगी जताई और पारदर्शिता की मांग की। हालांकि काफी देर तक चली कहासुनी के बाद पुलिस कर्मी ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए संदिग्ध व्यक्ति को अपने साथ चौकी ले गई। इस संदर्भ में जरेरा पुलिस चौकी प्रभारी धर्मेंद्र गोस्वामी ने बताया कि व्यक्ति की मानसिक स्थिति संतुलित नहीं प्रतीत हो रही थी। वह अपने नाम, पता या किसी भी बात की सही जानकारी नहीं दे सका। पुलिस द्वारा आवश्यक जांच की जा रही है।