हाथरस 01 अगस्त । हाथरस की साहित्यिक संस्थाओं ने गोस्वामी तुलसीदास की आवागमन तिथि तथा मुंशी प्रेमचंद जयंती पर साहित्यकार एवं एसडीएम राज बहादुर राज को तहसील स्थित कार्यालय पर सम्मानित किया। सम्मान कार्यक्रम का निर्देशन बरिष्ठ कवि श्यामबाबू चिंतन कोषाध्यक्ष संस्कार भारती, संचालन आशु कवि अनिल बौहरे समन्वयक साहित्यिक संस्थाऐं ने किया। चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य अध्यक्ष बृज कला केन्द्र, मीरा दीक्षित महामंत्री राष्ट्रीय कवि संगम ने उत्तरीय उढ़ाकर प्रतीक चिन्ह भेंटकर तथा माल्यार्पण कर सम्मान किया।
संस्कार भारती की सहसंयोजक दीप्ती बार्ष्णेय, नवीन गुप्ता, जीवनलाल शर्मा ने उपजिलाधिकारी को गऊ माता के गोबर से निर्मित राखीयां भेंटकर बताया कि इन राखीयों से कुटीर उद्योग में रोजगार सृजन हुआ है तथा इससे होने बाली आय गऊशाला को दान कर दी जाती है। कोई लाभ गऊ मां के गोबर की राखियों से नहीं कमाया जाता। कवि हृदय उपजिलाधिकारी महोदय बहुत प्रसन्न हुए तथा उन्होंने इस पुनीत कार्य से प्रभावित होकर बहन दीप्ती बार्ष्णेय को पांच सौ रुपए भेंटकर अपनी प्रसन्नता का इजहार किया।
डा खेमचंद यदुवंशी संयोजक संस्कार भारती ने उपजिलाधिकारी महोदय को बताया कि हाथरसी शैली स्वांग का मंचन भूटान में करने हेतु कलाकारों का एक दल लेकर भूटान जा रहे हैं। हाथरसी शैली के स्वांग का मंचन के साक्षी बनने हेतु यदुवंशी ने जिलाधिकारी महोदय को भूटान की विदेश यात्रा का सादर आमंत्रण दिया। उपजिलाधिकारी ने इस अवसर पर साहित्यकारों से हाथरस शैली के स्वांग,रसिया, ख्याल, रामलीला, रासलीला जैसे कार्यक्रमों की सशक्तता के लिए कार्ययोजना बनाने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों को बेहतर बनाने के लिए जो भी सहयोग चाहिए हो बह पूरी तरह से आवश्यक आवश्यकता की व्यवस्था में कोई कमी नहीं रखेंगे। कार्यक्रम साहित्यिक सांस्कृतिक गतिविधियों को सशक्त बनाने की चर्चा तथा राष्ट्रीय कवि संगम,बृज कला केन्द्र एवं संस्कार भारती की गतिविधियों की चर्चा के साथ सम्पन्न हुआ।